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Showing posts from April, 2021

असुरक्षित ऋण क्या होते हैं? भारतीय बैंकिंग संकट, अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और RBI के समाधान की एक विस्तृत विवेचना करो।

Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...

प्रश्न पत्र द्वितीय सीसैट की तैयारी कैसे करें?How to prepare UPSC C set?

सिविल सर्विसेज एप्टिट्यूड टेस्ट यानी CSAT को लागू करने का विचार वास्तव में वैकल्पिक विषय की बजाय एक समान विषय में उम्मीदवारों की जांच करने की अवधारणा पर आधारित है. CSAT के माध्यम से उम्मीदवारों की योग्यता व उपयोगिता का मूल्यांकन करने के उद्देश्य से ही परीक्षा की प्रणाली में संरचनात्मक परिवर्तन लागू किए गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि संघ लोक सेवा आयोग में कहीं भी सीसैट शब्द अर्थ  सिविल सर्विसेज एप्टिट्यूड टेस्ट का प्रयोग नहीं किया है CSAT , COCACHING INSTITUSTIONS  द्वारा आविष्कारक शब्द है.                परीक्षा हेतु अपने पठन कौशल की तैयारी हेतु उसकी गहराई व जटिलता को जांचने मापने व समझने के लिए पाठ्यक्रम को विचार पूर्वक समझने की जरूरत है पाठ्यक्रम का गहराई से विश्लेषण स्पष्ट करता है कि इसमें उम्मीदवार का विश्लेषणात्मक कौशल सर्जनात्मक हुआ विश्लेषणात्मक विधि से समस्याओं को सुलझाने तथा निर्णय कौशल को जांचने पर विशेष बल दिया गया है इसका लक्ष्य विशेष कला कौशल युक्त योग्य परीक्षार्थियों को आकर्षित करना है. जिनके पास तार्किक विचार ...

यूपीएससी सिविल सर्विसेज सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्न पत्र की तैयारी कैसे करें: How to prepare UPSC civil services exam paper 1 general studies

अक्सर आप सोचते होंगे कि बृहद प्रतीत होने वाले विषय सामान्य अध्ययन को सिविल सेवा परीक्षा में क्यों शामिल किया गया है स्पष्ट तौर पर यूपीएससी सिविल सेवा में ऐसे लोगों को लेने की अपेक्षा रखता है जो केवल अपने विशिष्ट अध्ययन क्षेत्र के मास्टर ना हो बल्कि सभी विधाओं में दक्ष और परंपरागत हो.            उदाहरण के लिए आपने स्नातक स्तर तक विज्ञान विषयों का अध्ययन किया है तो आपसे यह भी आशा की जाती है कि आपका जीवन भारतीय इतिहास या देश के द्वारा जिन सामाजिक आर्थिक समस्याओं का सामना किया जा रहा है उनसे संबंधित प्रश्न का भी उत्तर दे सकेंगे इसी तरह से मनोवैज्ञानिक का अध्ययन कर चुके छात्रों से यह उम्मीद की जाती है कि उन्हें भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी संबंधी विकास की आम समझ हो। सिविल सेवा परीक्षा में बड़ी संख्या में भाग लेने वाले आवेदकों में अधिकतर पहले पड़ा हुआ था प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने में असफल हो जाते हैं इसके यह मानकर चलना की प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र प्रथम सामान्य अध्ययन की तैयारी करना बहुत आसान है और इसमें ज्यादा समय बिल्कुल गलत होगा। जहा...

चैटबॉट से करे बात Chatbot through chat

आज के दौर में भागम भाग भरे जीवन में आदमी अपनी परेशानियों से जिस प्रकार से जूझ रहा है उसको अपनी मेंटल के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ की भी परवाह नहीं रह गई है वह फिजिकल रूप से जिस प्रकार से काम के बोझ के तले दबा जा रहा है और अपनी फिजिकल हेल्थ का ध्यान नहीं रख रहा है जिससे उसकी मेंटल हेल्थ भी काफी कुछ बिगड़ती जा रही है इस दौर में मेंटल हेल्थ को सही करने के लिए सबसे अच्छा उपाय यही है कि आप दिन में कम से कम एक बार एक्सरसाइज योगा कसरत वगैरह कर सकते हैं जिससे कि आपको मेंटल के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ मिल सकती है लेकिन इसके साथ-साथ एक और चीज है जिससे कि आप डिप्रेशन जैसी आजकल आधुनिक युग में यह एक कॉमन सी बीमारी है इसे दूर करने के लिए कई तरह की एक्सपर्ट एडवाइस लोग अपने डॉक्टरों से ले रहे हैं.  आज पूरे विश्व की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कई तरह की मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जूझ रहा है इसी बात को ध्यान में रखते हुए कुछ हेल्थ और टेक कंपनियों ने साथ मिलकर मेंटल हेल्थ से जुड़े चैटबांट पेश किए जो ऐसी परेशानियों से उबरने में  लोगों की मदद कर सकते हैं. व्यसा इमोशनल हेल्थ  का रखवाला यह आर्टिफि...

हजार रोगों की एक दवा केला benefits of banana

केले में तीन प्रकार की प्राकृतिक सुगर पाई जाती है - सुक्रोज फ्रक्टोज और ग्लूकोज। तमाम तरह के रिसर्च  से यह साबित हो चुका है कि सिर्फ दो कवियों का सेवन करने से 90 मिनट तक ऊर्जावान बने रहा जा सकता है. इस बात का पता इससे लगता है कि दुनिया के प्रमुख खिलाड़ियों की डाइट में केला नंबर वन फल है केले से सिर्फ ऊर्जा ही नहीं मिलती है बल्कि यह फिट रहने  में भी मदद करता है रोजाना इसका सेवन करना फायदेमंद होता है। ब्लड प्रेशर यूनिवर्सिटी आफ मिनेसोटा में हुई रिसर्च से यह साबित हो चुका है कि दो छोटे केलों में फाइबर की मात्रा 1 ब्रेड के बराबर होती है यही नहीं है ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखता है दरअसल केला लो ब्लड कोलेस्ट्रॉल में भी फायदेमंद है। इसमें केले में विटामिन सी ए पोटेशियम और विटामिन बी सिक्स होता है हाल ही में हुए एक शोध से यह पता चला है कि पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं और किडनी से आवाछनीय पदार्थ भी बाहर निकलता है। यह मैग्नीशियम का स्त्रोत है इसलिए यह बहुत जल्दी पच जाता है और मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त करता है। बच्चों में अस्थमा लंदन के पीरियल कॉलेज द्वारा किए ...

प्रारंभिक परीक्षा कितनी सरल - कितनी कठिन UPSC Prelims exam easy or tough

प्रारंभिक परीक्षा आसान भी होती है और कठिन भी आसान इसलिए क्योंकि इसमें सारे प्रश्नों के उत्तर लगभग 4 - 4 दिए गए विकल्पों में से ही खोजने होते हैं अगर आपने कभी किसी टॉपिक को पड़ा है जो वर्तमान में याद नहीं है और विकल्पों में कहीं छिपा है तो विकल्प देखते ही आपको याद आ जाता है और आप सही उत्तर चुन लेते हैं. ऐसा लघु उत्तरीय परीक्षाओं में नहीं होता है प्रश्न का उत्तर दिमाग पर जोर डालकर याद करना और लिखना होता है इसलिए यह स्तर सामान दिया वस्तुनिष्ठ बहुविकल्पीय होने के कारण आसान माना जाता है परंतु दूसरे अर्थों में यह सबसे कठिन भी है. कठिन लगने के प्रमुख कारण: - यह परीक्षा कठिन लगने का पहला कारण यह है कि इसके प्रश्न पत्र प्रथम (सामान्य अध्ययन) में क्या पूछा जाएगा उसकी भविष्यवाणी करना किसी के बस में नहीं है और प्रश्न पत्र द्वितीय (सीसैट) आपसे इतनी एकाग्रता की मांग करता है कि जरा भी एकाग्रता भंग होते ही आप गलत निकल जो आपको पहली नजर में सही लगा है पर निशान लगा देते हैं.               वस्तुतः प्रश्न पत्र कठिन नहीं बल्कि स्नातक स्तरीय ही होते हैं ज्यादातर ...

राष्ट्रपति और राज्यपाल की क्षमादान शक्ति (pardoning power of president and governor)

सुर्खियों में क्या? हाल के घटनाक्रमों में राजीव गांधी की हत्या के मामले के दोषियों को सुर्खियों में ला दिया है इस संबंध में गठित हालिया घटनाओं से स्पष्ट होता है कि उपयुक्त प्राधिकारी दोषियों की क्षमा याचिका पर स्पष्ट निर्णय लेने में असमर्थ रहे हैं तथा अब मामले को उच्चतर प्राधिकारी (राष्ट्रपति) को सौंप दिया गया है. पृष्ठभूमि: - वर्ष 1991 ने तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में आत्मघाती बम विस्फोट में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 7 आरोपियों को दोषी ठहराया गया था. वर्ष 1999 उच्चतम न्यायालय ने उनमें से चार को मृत्युदंड और अन्य को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. हालांकि वर्ष 2000 में एक दोषी नलिनी की मृत्यु दंड की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया था वर्ष 2014 को उच्चतम न्यायालय द्वारा पेरारिवलन सहित अन्य तीन की मृत्यु दंड की सजा को भी उम्र कैद में बदल दिया गया है. वर्ष 2015 में पेरारिवलन ने तमिलनाडु के राज्यपाल के समक्ष एक क्षमा याचिका दायर की थी सितंबर 2018 में उच्चतम न्यायालय ने राज्यपाल को निर्देश दिया कि यदि वे उचित समझे तो क्षमा याचिका पर निर्णय ले सकत...

My age 37 year I apply for UPSC civil services exam open category? मेरी आयु 37 साल है क्या मै UPSC का exam दे सकता हू?

भारतीय प्रशासनिक सेवा अर्थात यूपीएससी का एग्जाम भारत में सबसे बड़ा एग्जाम होता है यह भारत के प्रशासनिक व्यवस्था के चयन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए किया कराया जाता है. आप सभी को पता है कि यूपीएससी का एग्जाम एक ऐसी व्यवस्था है जो व्यक्ति इस एग्जाम को पास करने के बाद अपना चयन भारत में सिविल सेवक के रूप में लेता है तो उसके जीवन में बहुत ही बड़ा दायित्व के साथ परिवर्तन आ ही जाता है.               यूपीएससी के एग्जाम के लिए हमें कैसे तैयारी करनी चाहिए यह मैं अपने कई पुराने  BLOG POST में बता चुका हूं यूपीएससी की तैयारी करने के लिए हमें किन बातों पर फोकस करना चाहिए और किन बातों को इग्नोर करना चाहिए या तो आप सभी जानते हैं कि हमें अब चरण विश्वास के साथ और पूरी लगन के साथ यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान हमें अपने जीवन में आई ऐसी चीजों का अनुभव जरूर होता है जो कि हमें पहले से ज्ञात होता है लेकिन हम उन पर ध्यान नहीं देते हैं.            यदि हम बात करते हैं यूपीएससी पर...

Doctor Bhimrao Ambedkar कौन थे?

सुप्रसिद्ध न्यायविद् तथा समाज सुधारक डॉ भीमराव अंबेडकर को स्वतंत्र भारत के संविधान निर्माता के रूप में आज भी याद किया जाता है । अंबेडकर जी का एक ही नारा था - “शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो! बाबा साहब अंबेडकर को भारतीय समाज के अस्पश्य  वर्ग के मसीहा के रूप में याद किया जाता है ।तत्कालीन समय में बाबा साहब अंबेडकर ने भारत में तिरस्कृत समझे जाने वाले अछूतों समाज दलित समाज अर्थात अनुसूचित जन समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिए संघर्ष का बीड़ा उठाया था। जीवन परिचय: -             डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891  को महु (मध्यप्रदेश ) में हुआ था ।  वह एक साधारण अनुसूचित हरिजन माता-पिता के चौदहवीं संतान थे।  उनके पिता का नाम राम जी   फौज में एक सिपाही थे और इसी कारण उनका पूरा परिवार  सैन्य कैंपों में घूमता रहा ।1905 में मात्र 14 वर्ष की आयु में अंबेडकर जी की शादी अपने पारिवारिक रिश्तेदारों में हो गई। उस समय उनकी पत्नी की आयु केवल 9 वर्ष थी और वह स्कूली शिक्षा से वंचित थी। 1912 में अंबेडकर न...

How to write UPSC civil services exams and PCS UP PCS mains written exam

( 1): - हॉर्टोंग समिति (वर्ष१९२९) के मुख्य निष्कर्षों पर  चर्चा कीजिए?          उत्तर में शिक्षा पर गठित हार्टोंग समिति के प्रस्ताव पर चर्चा करनी है प्राथमिक शिक्षा के राष्ट्रीय महत्व पर बल ग्रामीण विद्यार्थियों को व्यावसायिक और औद्योगिक शिक्षा इत्यादि. उत्तर.  शैक्षणिक विकास पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए हार्टोंग समिति का गठन सर फिलिप हार्टोंग की अध्यक्षता में किया गया समिति ने निम्नलिखित सुझाव दिए तदनुसार प्राथमिक शिक्षा के राष्ट्रीय महत्व पर बल दिया किंतु शीघ्र  प्रसार एवं अनिवार्यता की निंदा की जबकि सुधार और एकीकरण   की नीति की सिफारिश की                माध्यमिक शिक्षा के विषय में कहा गया है कि इसमें मैट्रिक परीक्षा पर ही बल है बहुत से अनुचित विद्यार्थी इसको विश्वविद्यालय शिक्षा का मार्ग समझते हैं ग्रामीण विद्यार्थियों को वरना कूलर मिडिल स्कूल के स्तर पर ही रोका जाए तथा कालेज में प्रवेश पर रोका जाए उन्हें व्यवसायिक और औद्योगिक शिक्षा दी जाए.            विश्वविद्यालय श...