सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
यूरोप का अभिनव शहर भी आना ना तो बहुत से बदलाव देखे हैं पर आज यह यूरोप का सबसे आकर्षण और आकर्षित करने वाले शहरों में से यह है शांत वातावरण ट्रैफिक जाम से मुक्ति रेलो बसों और ट्रेनों से भरपूर यह सर कब कहां कैसे काम करता है पता ही नहीं चलता यह दिल्ली मुंबई जैसे सगन तो नहीं है फिर भी 415 वर्ग किलोमीटर फैले इस शहर में 1700000 लोग रहते हैं जो यूरोप के मानकों से ज्यादा ही हैं और फिर भी सुनियोजित और खुशनुमा है. गर्मियों के दिनों मैं इस शहर में आराम से सूती कपड़ों में घूमा जा सकता है और पुराने नई जगहों का भरपूर मजा लिया जा सकता है. डेन्यूब नदी के किनारे बसा शहर ऐल्प्स पर्वतों की तलहटी में है की आंखों का तारा रहा है काफी दशकों तक तो यह रोमन कैथोलिक पोपो का मुख्य शहर रहा है 1918 के बाद यहां जो समाजवादी सोच आई उसने शहर का रंग रुप ही बदल डाला. एक आम पर्यटक को भी आना कि सोशल हाउसिंग का आभास नहीं होगा पर कैप्टन ईजम और सोशलिज्म का यह अनूठा मिश्रण है जिसमें शहर की बहुत बड़ी आबादी केवल 10% एक सुविधाजनक घर बना सकती है. 1918 के आसपास जब भी आना की बागडोर सोशल डेमोक्रेट्स के हा...