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Indus Valley Civilization क्या है ? इसको विस्तार से विश्लेषण करो ।

🧾 सबसे पहले — ब्लॉग की ड्राफ्टिंग (Outline) आपका ब्लॉग “ सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) ” पर होगा, और इसे SEO और शैक्षणिक दोनों दृष्टि से इस तरह ड्राफ्ट किया गया है ।👇 🔹 ब्लॉग का संपूर्ण ढांचा परिचय (Introduction) सिंधु घाटी सभ्यता का उद्भव और समयकाल विकास के चरण (Pre, Early, Mature, Late Harappan) मुख्य स्थल एवं खोजें (Important Sites and Excavations) नगर योजना और वास्तुकला (Town Planning & Architecture) आर्थिक जीवन, कृषि एवं व्यापार (Economy, Agriculture & Trade) कला, उद्योग एवं हस्तकला (Art, Craft & Industry) धर्म, सामाजिक जीवन और संस्कृति (Religion & Social Life) लिपि एवं भाषा (Script & Language) सभ्यता के पतन के कारण (Causes of Decline) सिंधु सभ्यता और अन्य सभ्यताओं की तुलना (Comparative Study) महत्वपूर्ण पुरातात्त्विक खोजें और केस स्टडी (Key Archaeological Cases) भारत में आधुनिक शहरी योजना पर प्रभाव (Legacy & Modern Relevance) निष्कर्ष (Conclusion) FAQ / सामान्य प्रश्न 🏛️ अब ...

भारत के संविधान निर्माण में डाॅ भीमराव अम्बेडकर की क्या भूमिका है? इस पर विस्तार से जानकारी दो।

किसी देश का संविधान उसकी राजनीतिक व्यवस्था सामाजिक ढांचा होता है। जिसके अन्तर्गत उस देश की जनता पर शासन चालाया जाता है। यह उस देश की विधायिका, कार्यपालिका, और न्यायपालिका जैसे प्रमुख अंगों की स्थापना करता है। उनकी शक्तियों की व्याख्या करता है। उनके दायित्वो  का सीमांकन करता है। और उनके पारस्परिक तथा जनता के साथ सम्बन्धों का विनियमन करता है।                      सविधान किसी भी देश का वह सर्वोच्च कानून (Supreme Law] है, जिसमें देश के शासन संचालन की मूलभूत रुपरेखा नागरिकों के अधिकार व कर्तव्य सरकार की शक्तियाँ और प्रशासनिक ढांचा निर्धारित होता है। सरल शब्दों में यह एक मार्गदर्शक दस्तावेज है जो बताता है कि देश कैसे चलेगा सत्ता का बटवारा कैसे होगा और नागरिको के साथ कैसा व्यवहार किया जायेगा।           लोकतंत्र में प्रभुसत्ता जनता में निहित होती है। जनता ही स्वंय अपने ऊपर शासन करती है। किंतु प्रशासन की बढ़ती हुई जटिलताओं तथा राष्ट्र  राज्यों के बढ़ते हुये आकार के कारण प्रत्यक्ष लोक- तन्त्...

नागरिकता (Citizenship) का भारत में क्या मतलब है विस्तार से जानकारी दो?

भारतीय नागरिकता से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को समझना किसी प्रतियोगी परीक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत आवश्यक है। इस विषय में भारतीय संविधान, नागरिकता अधिनियम, 1955, और नागरिकता अर्जित करने के विभिन्न तरीकों का संपूर्ण विवरण नीचे दिया गया है। 1. भारतीय संविधान में नागरिकता से संबंधित प्रावधान भारतीय संविधान के भाग II (अनुच्छेद 5 से 11) में नागरिकता से संबंधित प्रावधान दिए गए हैं: (i) अनुच्छेद 5 : भारत की प्रारंभिक नागरिकता यह प्रावधान बताता है कि 26 जनवरी 1950 (संविधान के लागू होने की तारीख) को कौन व्यक्ति भारत का नागरिक होगा। वे व्यक्ति जो भारत में जन्मे हों। वे व्यक्ति जिनके माता-पिता में से कोई एक भारत में जन्मा हो। वे व्यक्ति जो सामान्यतः भारत में 5 साल से निवास कर रहे हों। (ii) अनुच्छेद 6 : पाकिस्तान से भारत में प्रवास करने वाले व्यक्तियों की नागरिकता यदि कोई व्यक्ति 19 जुलाई 1948 से पहले भारत आया है और उसने यहाँ निवास करना शुरू कर दिया है। यदि कोई व्यक्ति 19 जुलाई 1948 के बाद भारत आया है, तो उसे सक्षम प्राधिकारी के समक्ष अपना पंजीकरण कराना होगा। (iii) अनुच्छेद 7 :...

भारतीय संविधान की प्रस्तावना: संप्रभुता, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र का व्यापक विश्लेषण

भारतीय संविधान की प्रस्तावना (Preamble) भारतीय संविधान का पहला भाग है, जो संविधान की उद्देश्य और दिशा को स्पष्ट करता है। यह प्रस्तावना संविधान की आत्मा मानी जाती है, क्योंकि इसके माध्यम से भारतीय राज्य के लक्ष्यों और उद्देश्य का संकेत मिलता है। प्रस्तावना में निम्नलिखित प्रमुख तत्व होते हैं: 1. "हम, भारत के लोग" यह वाक्यांश भारतीय जनता की सर्वोच्च सत्ता को दर्शाता है। यह इस बात का संकेत देता है कि भारतीय संविधान को भारतीय नागरिकों द्वारा स्वीकार किया गया है और उनकी इच्छा के अनुसार बनाया गया है। इसमें यह भी अभिप्रेत है कि सरकार और कानून जनता के लिए और जनता द्वारा होंगे। 2. "संविधान को अंगीकार करते हुए" यह वाक्य यह दर्शाता है कि भारतीय लोग संविधान को अपने जीवन का मार्गदर्शक मानते हैं और इसे अपने सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन के सिद्धांतों के रूप में अपनाते हैं। 3. "सम्पूर्ण भारत" यह शब्द भारत के सम्पूर्ण क्षेत्र को संबोधित करता है, जो संविधान के दायरे में आता है। यह भारतीय संघ के क्षेत्रीय एकता और अखंडता को प्रमाणित करता है। 4. "लोकतंत्रात्मक ...