सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
आंध्र प्रदेश: - भद्राचलम गणेश मंदिर: - भद्राचलम् का यह मंदिर राजामुंडरी से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस स्थान पर लगभग 25 मंदिर है जो श्री राम मंदिर के अंतर्गत आते हैं जिनमें भिन्न-भिन्न भगवानों की पूजा-अर्चना होती है श्री राम मंदिर गोदावरी नदी के किनारे भद्राचलम में स्थित है इन प्रसिद्ध मंदिरों में यह गणेश मंदिर भी जगत प्रसिद्ध है. पाटला विनायक(विजयवाडा): - विजयवाड़ा राजामुंडरी से लगभग 145 किलोमीटर की दूरी पर है इस स्थान पर पूर्व दिशा में बहुत सी गुफाएं हैं और इन्हीं में एक गुफा में गणपति का विग्रह स्थापित है यहां भक्तों की भारी भीड़ पूरे वर्ष भर रहती है इसके अलावा यहां आरसवाली मंदिर भी प्रसिद्ध है जो श्रीकाकुलम जिले में स्थित है। बिहार राजगृह: - यह स्थान उसी प्रकार प्रसिद्ध जिस प्रकार बिहार में बुद्ध के तीर्थ स्थान प्रसिद्ध है यह प्रसिद्ध मंदिर विपुल आंचल पहाड़ी जो राजगृह के निकट स्थित है के दक्षिण में है. मंडर पर्वत: - यह स्थान दक्षिणी भागलपुर कि से लगभग 50 किलोमीटर दूर एवं 700 फुट ऊंचा है इसी स्थान पर एक झील है जिसे पापहरणी कहते हैं यहां श्री गणेश का ए...