🧾 सबसे पहले — ब्लॉग की ड्राफ्टिंग (Outline) आपका ब्लॉग “ सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) ” पर होगा, और इसे SEO और शैक्षणिक दोनों दृष्टि से इस तरह ड्राफ्ट किया गया है ।👇 🔹 ब्लॉग का संपूर्ण ढांचा परिचय (Introduction) सिंधु घाटी सभ्यता का उद्भव और समयकाल विकास के चरण (Pre, Early, Mature, Late Harappan) मुख्य स्थल एवं खोजें (Important Sites and Excavations) नगर योजना और वास्तुकला (Town Planning & Architecture) आर्थिक जीवन, कृषि एवं व्यापार (Economy, Agriculture & Trade) कला, उद्योग एवं हस्तकला (Art, Craft & Industry) धर्म, सामाजिक जीवन और संस्कृति (Religion & Social Life) लिपि एवं भाषा (Script & Language) सभ्यता के पतन के कारण (Causes of Decline) सिंधु सभ्यता और अन्य सभ्यताओं की तुलना (Comparative Study) महत्वपूर्ण पुरातात्त्विक खोजें और केस स्टडी (Key Archaeological Cases) भारत में आधुनिक शहरी योजना पर प्रभाव (Legacy & Modern Relevance) निष्कर्ष (Conclusion) FAQ / सामान्य प्रश्न 🏛️ अब ...
नींबू एक बहुत ही उपयोगी फल है।यह लगभग हर मौसम में उपलब्ध होता है। इसमें विटामिन C की मात्रा अधिक होती है। नींबू में प्रबल कीटाणु नाशक शक्ति होती है। नींबू के रस में विटामिन A, B, C पाए जाते हैं। इसका प्रतिदिन उपयोग स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए लाभदायक होता है। नींबू के प्रकार: नींबू के अनेक प्रकार हैं जैसे गलगल, विजोरा, जमफरी , कागजी, गुदडिया, नेपाली आदि। अगर देखा जाए स्वास्थ्य के प्रति कौन सा नींबू सबसे ज्यादा हमारे शरीर को लाभ पहुंचाता है तो वह कागजी नींबू होता है। काजी नींबू का छिलका बेहद पतला तथा इसमें रस भी अन्य नीबूओं की अपेक्षा अधिक होता है। अचार मुरब्बा एवं आयुर्वेदिक औषधियों में कागजी नींबू ही प्रयोग किया जाता है। नींबू खरीदते समय आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उसका आकार बड़ा हो। वह साफ और गहरे पीले रंग का हो तथा छिलका पतला और मुलायम हो। पीले नींबू ना मिलने पर हरे रंग के नींबू उपयोग में ला सकते हैं। फ्रिज में नींबू ओ को लगभग डेढ़ महीने तक सुरक्षित रखा जा सकता है। नींबू का गुण और उसके लाभ नींबू का सेवन किसी भी प्रकार की अवस्था वाले व्यक्ति कर सकते हैं। रोगी और...