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इजरायल ईरान war और भारत ।

इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4  मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं।                    इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे  कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है।  [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव:   सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...

My age 37 year I apply for UPSC civil services exam open category? मेरी आयु 37 साल है क्या मै UPSC का exam दे सकता हू?

भारतीय प्रशासनिक सेवा अर्थात यूपीएससी का एग्जाम भारत में सबसे बड़ा एग्जाम होता है यह भारत के प्रशासनिक व्यवस्था के चयन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए किया कराया जाता है. आप सभी को पता है कि यूपीएससी का एग्जाम एक ऐसी व्यवस्था है जो व्यक्ति इस एग्जाम को पास करने के बाद अपना चयन भारत में सिविल सेवक के रूप में लेता है तो उसके जीवन में बहुत ही बड़ा दायित्व के साथ परिवर्तन आ ही जाता है.

              यूपीएससी के एग्जाम के लिए हमें कैसे तैयारी करनी चाहिए यह मैं अपने कई पुराने  BLOG POST में बता चुका हूं यूपीएससी की तैयारी करने के लिए हमें किन बातों पर फोकस करना चाहिए और किन बातों को इग्नोर करना चाहिए या तो आप सभी जानते हैं कि हमें अब चरण विश्वास के साथ और पूरी लगन के साथ यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान हमें अपने जीवन में आई ऐसी चीजों का अनुभव जरूर होता है जो कि हमें पहले से ज्ञात होता है लेकिन हम उन पर ध्यान नहीं देते हैं.


           यदि हम बात करते हैं यूपीएससी परीक्षा में उम्मीदवारों को क्या क्या आएगी इस परीक्षा में बैठने के लिए योग्यताएं होनी चाहिए?


  • सबसे प्रमुख बात इसमें आती है कि आप की नागरिकता: -

( 1): - भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा के उम्मीदवार भारत का नागरिक होना आवश्यक है

( 2): - अन्य सेवाओं के उम्मीदवार को या तो

(a) भारत का नागरिक होना चाहिए या

(b) नेपाल की प्रजा या

(c) भूटान की प्रजा या

(d) ऐसा तिब्बती शरणार्थी जो भारत में स्थाई रूप से रहने के इरादे से पहली बार जनवरी 1962 से पहले भारत आ गया हो या

(e) कोई भारत मूलक व्यक्ति जो भारत में स्थाई रूप से रहने के इरादे से पाकिस्तान में हमार श्रीलंका कीनिया युगांडा सहित राज्य तंजानिया पूर्वी अफ्रीकी देशों जांबिया मालवीय चेहरे इथियोपिया तथा वियतनाम से प्रावजन कर आए हो

परंतु (b) (c) (d) और (e) अंतर्गत आने वाले उम्मीदवार के पास भारत सरकार द्वारा जारी किया गया पात्रता प्रमाण पत्र होना आवश्यक है.


  •       एक शर्त यह भी है कि उपयुक्त (d) (e) वर्गों के उम्मीदवार भारतीय विदेश सेवा में नियुक्ति के पात्र नहीं होगा.

         ऐसे उम्मीदवार को भी उक्त परीक्षा में प्रवेश दिया जा सकता है जिसके बारे में पात्रता प्रमाण पत्र प्राप्त करना आवश्यक हो किंतु भारत सरकार द्वारा उसके संबंध में पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए जाने के बाद ही उसे नियुक्ति प्रस्ताव भेजा जा सकता है.


            यह बात तो नागरिकता के ऊपर हो गई की भारत में निवास करने वाले और भारत के बाहर निवास करने वाले उम्मीदवारों के लिए क्या-क्या नागरिकता आवश्यक है आप यूपीएससी का एग्जाम दे सकते हैं और यूपीएससी में सफलता के बाद आपको भारतीय प्रशासन में एक अच्छा जीवन और एक अच्छी पोजीशन के साथ आप एक अधिकारी के रूप में भारत सरकार के अधीन कार्यरत रह सकते हैं.

              यूपीएससी का एग्जाम केवल एग्जाम ही नहीं बल्कि आपके जीवन के परिवर्तन का सबसे बड़ा स्तंभ है यदि आपने इस स्तंभ को अपने जीवन में पा लिया है तो आप जरूर ही अपना ही नहीं बल्कि अपने आसपास रहने वाले समाज के हर व्यक्ति का जीवन बदलने की आपके अंदर क्षमता आ जाएगी आप अपने साथ साथ दूसरों का भी जीवन बदल सकते हैं आप अपने विचारों को दूसरों तक भली-भांति रूप से पहुंचा सकते हैं और उनकी बात सुन सकते हैं और उनके प्रति और समाज के प्रति अच्छे अच्छे बदलाव की ओर आप समाज को बदलने क्या प्रयास कर सकते हैं.


यदि हम आयु सीमा की बात करें तो यूपीएससी में आयु सीमा: -

( 1) उम्मीदवार की आयु 1 अगस्त को 21 वर्ष से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए

ऊपर बताई गई अधिकतम आयु सीमा में निम्नलिखित मामलों में छूट दी जाएगी

() यदि उम्मीदवार किसी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का हो तो अधिक से अधिक 5 वर्ष की छूट: - या मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि यदि आप अनुसूचित जाति या अनुसूचित जन जाति से संबंध रखते हैं तो आपको 32 वर्ष के बाद भी 5 वर्ष तक की यूपीएससी एग्जाम में बैठने की आयु सीमा में छूट दी गई है आप इस आयु सीमा के अंतर्गत अच्छी तरह से यदि आप आने में थोड़ा सा समय नहीं दे पा रहे हैं और आपको समाज में आपको यूपीएससी के बारे में जानकारी कम है और इस जानकारी को उपलब्ध करने में आपको काफी समय लग गया है तब भी आपके पास यूपीएससी के एग्जाम में बैठने के लिए काफी समय है और आप इसको क्वालीफाई कर सकते हैं.

          इस आयु सीमा की छूट के साथ-साथ आपको यूपीएससी में एक ऐसा अवसर मिलता है कि आप अपने समाज को बदलाव की तरफ अग्रसर कर सकते हैं आप हर आदमी की स्थिति में को परिवर्तन करने की जिम्मेदारी भी आप ही के कंधों पर आ जाती है और आप इन जिम्मेदारियों को यदि आप भली-भांति निभाते हैं तो आप अपने साथ-साथ इस देश के साथ भी उचित न्याय कर रहे हैं.


अन्य पिछड़ी CASTE के उम्मीदवारों के मामले में अधिकतम 3 वर्ष तक जो ऐसे उम्मीदवारों के लिए लागू आरक्षण पाने के पात्र हो


       UPSC EXAM  में बात करें कि ऐसे और कौन-कौन से लोग हैं जिन्हें आयु सीमा में छूट का प्रावधान यूपीएससी एग्जाम में दिया गया है तो उनमें से आपातकालीन कमीशन प्राप्त अधिकारियों अल्पकालीन सेवा के कमीशन प्राप्त अधिकारियों के उन मामलों में जिन्होंने परीक्षा के वर्ष 1 अगस्त को सैनिक सेवा के 5 वर्ष की सेवा के प्रारंभिक अवधि पूरी कर ली है और जिनका कार्यकाल 5 वर्ष से आगे भी बढ़ाया गया है तथा जिन के मामले में रक्षा मंत्रालय एक प्रमाण पत्र जारी करता है कि वे सिविल रोजगार के लिए आवेदन कर सकते हैं होने पर नियुक्ति प्रस्ताव प्राप्त करने की तारीख से 3 माह के नोटिस पर उन्हें कार्यभार से मुक्त किया जाएगा अधिकतम 5 वर्ष.


नेत्रहीन  तथा शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के मामले में अधिकतम 10 वर्ष तक.


अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़े वर्गों से संबंधित व उम्मीदवार जो भूतपूर्व सैनिकों आते हैं दोनों श्रेणियों में दी जाने वाली आयु सीमा छूट को प्राप्त करने के पात्र होंगे.

          भूतपूर्व सैनिक शब्द उन व्यक्तियों पर लागू होगा जिन्हें समय-समय पर यथा संशोधित भूतपूर्व सैनिक सिविल सेवा और पद में पुणे रोजगार नियम 1979 के अधीन भूतपूर्व सैनिक के रूप में परिभाषित किया जाता है.


         ऐसा उम्मीदवार जो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के नहीं है तथा जिन्होंने आयु सीमा में छूट लेने का पश्चात सिविल साइड में कोई सरकारी नौकरी पहले ही ले लिया वे आयु सीमा में छूट के पात्र नहीं होंगे. यद्यपि उन भूतपूर्व सैनिकों जिन्होंने केंद्र सरकार के किसी सिविल पद में नियमित रूप से पहले यह रोजगार प्राप्त कर लिया है को केंद्र सरकार के किसी अन्य उच्चतर पर अथवा सेवा में रोजगार प्राप्त करने के लिए भूतपूर्व सैनिकों को मिलने वाली आयु में छूट का लाभ उठाने की अनुमति प्राप्त है.

    

           आयु में छूट के बावजूद शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवार की नियुक्ति हेतु पात्रता पर तभी विचार किया जा सकता है जब वह सरकार या नियोक्ता प्राधिकारी जैसा भी मामला हो द्वारा निर्धारित शारीरिक परीक्षण के बाद सरकार द्वारा शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों को आवंटित संबंधित सेवाओं पदों के लिए निर्धारित शारीरिक एवं चिकित्सा मानकों के अपेक्षाओं को पूरा करता हो.


        उम्मीदवारों को ध्यान रखना चाहिए कि आयोग जन्म की उसी तारीख को स्वीकार करेगा जो आपके पत्र प्रस्तुत करने की तारीख को मैट्रिकुलेशन उच्चतर माध्यमिक परीक्षा प्रमाण पत्र या समकक्ष परीक्षा में प्रमाण पत्र में दर्ज है और इसके बाद उसमें परिवर्तन के लिए अनुरोध करना तो विचार किया जाता है ना उसे स्वीकार किया जाता है.




             

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