Skip to main content

इजरायल ईरान war और भारत ।

इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4  मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं।                    इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे  कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है।  [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव:   सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...

चैटबॉट से करे बात Chatbot through chat



आज के दौर में भागम भाग भरे जीवन में आदमी अपनी परेशानियों से जिस प्रकार से जूझ रहा है उसको अपनी मेंटल के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ की भी परवाह नहीं रह गई है वह फिजिकल रूप से जिस प्रकार से काम के बोझ के तले दबा जा रहा है और अपनी फिजिकल हेल्थ का ध्यान नहीं रख रहा है जिससे उसकी मेंटल हेल्थ भी काफी कुछ बिगड़ती जा रही है इस दौर में मेंटल हेल्थ को सही करने के लिए सबसे अच्छा उपाय यही है कि आप दिन में कम से कम एक बार एक्सरसाइज योगा कसरत वगैरह कर सकते हैं जिससे कि आपको मेंटल के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ मिल सकती है लेकिन इसके साथ-साथ एक और चीज है जिससे कि आप डिप्रेशन जैसी आजकल आधुनिक युग में यह एक कॉमन सी बीमारी है इसे दूर करने के लिए कई तरह की एक्सपर्ट एडवाइस लोग अपने डॉक्टरों से ले रहे हैं.



 आज पूरे विश्व की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कई तरह की मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जूझ रहा है इसी बात को ध्यान में रखते हुए कुछ हेल्थ और टेक कंपनियों ने साथ मिलकर मेंटल हेल्थ से जुड़े चैटबांट पेश किए जो ऐसी परेशानियों से उबरने में  लोगों की मदद कर सकते हैं.


व्यसा इमोशनल हेल्थ  का रखवाला
यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित चैट बाट है यह इमोशनल हेल्थ और well-being ट्रैकर है यह इमोशनल सपोर्ट मोड ट्रैकिंग के जरिए यूजर्स की मदद करता है जब आप इस चैटबाट से चैट करेंगे तो यह आपको मेडिटेशन माइंड फुल ऑडियो आदि के बारे में भी सुझाव देता है इमोशनली इंटेलीजेंट चैट बाट भी है इसलिए आप इसे जैसा इमोशनल दिखाएंगे यह उसी तरह से प्रतिक्रिया भी व्यक्त करेगा इसमें 40 तरह के कन्वर्सेशन कोचिंग टूल्स है जो किसी भी तरह के पैनिक अटैक एंजाइटी आदि से उबरने में यूजर की मदद करते हैं यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।

https://www.wysa.io

वोइबाट : यह है मूड ट्रैकर

फ्रेंडली कन्वेंशन के जरिए या यूजर के मूल को ट्रैक करता है साथ ही अलग-अलग मेंटल डिसऑर्डर के हिसाब से साइंस बेस्ट ब्लैक लिस्ट की जानकारी भी देता है यह मूड मैनेजमेंट रिलेशनशिप प्रॉब्लम्स हैबिट्स और एडिक्शन की स्थिति में मददगार साबित हो सकता है क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट की टीम ने इसे तैयार किया है आईओएस और एंड्रॉयड यूजर्स इसे डाउनलोड कर सकते हैं.
https://woebot.io



योर दोस्त मिलेगी एक्सपर्ट की सलाह
यहां आप मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से डिजिटली कनेक्ट हो सकते हैं यहां पर रिलेशन से self-improvement well-being एजुकेशन आदि से संबंधित काउंसलिंग की सुविधा मिलती है अच्छी बात यह है कि चैट फोन कॉल और वीडियोकॉन सेशन के दौरान यूजर अपनी पहचान छुपा कर रख सकते हैं यहां वह एंजायटी इमोशनल इंटेलिजेंस इमोशनल वैलनेस आदि की जांच कर सकते हैं इसका लाभ उठाने के लिए पहले इस प्लेटफार्म पर साइन इन करें।

https://yourdost.com




इनरहावर थेरेपी पर आधारित टूल्स

इस स्टार्टअप को डॉक्टर शेफाली बत्रा और डॉक्टर अमित मलिक ने वर्ष 2016 में शुरू किया था इसमें डिप्रैशन एंजायटी स्ट्रेस आदि से निपटने के लिए 300 से अधिक तरह के खेल की बेस्ट सेल्फ हेल्प टूल्स दिए गए इसमें स्ट्रेस और अंगार से जुड़े छह self-help कोर्स भी है यह एप्लीकेशन गूगल और एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध निस्संदेह एप्स तनाव दूर करने में मददगार होते हैं लेकिन उपचार से बेहतर है बचाव इसलिए कोशिश यही होनी चाहिए कि आप परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बताएं और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।




    

Comments

Popular posts from this blog

पर्यावरण का क्या अर्थ है ?इसकी विशेषताएं बताइए।

पर्यावरण की कल्पना भारतीय संस्कृति में सदैव प्रकृति से की गई है। पर्यावरण में सभी भौतिक तत्व एवं जीव सम्मिलित होते हैं जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उसकी जीवन क्रियाओं को प्रभावित करते हैं। भारत में पर्यावरण परिवेश या उन स्थितियों का द्योतन करता है जिसमें व्यक्ति या वस्तु अस्तित्व में रहते हैं और अपने स्वरूप का विकास करते हैं। पर्यावरण में भौतिक पर्यावरण और जौव पर्यावरण शामिल है। भौतिक पर्यावरण में स्थल, जल और वायु जैसे तत्व शामिल हैं जबकि जैव पर्यावरण में पेड़ पौधों और छोटे बड़े सभी जीव जंतु सम्मिलित हैं। भौतिक और जैव पर्यावरण एक दूसरों को प्रभावित करते हैं। भौतिक पर्यावरण में कोई परिवर्तन जैव पर्यावरण में भी परिवर्तन कर देता है।           पर्यावरण में सभी भौतिक तत्व एवं जीव सम्मिलित होते हैं जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उसकी जीवन क्रियाओं को प्रभावित करते हैं। वातावरण केवल वायुमंडल से संबंधित तत्वों का समूह होने के कारण पर्यावरण का ही अंग है। पर्यावरण में अनेक जैविक व अजैविक कारक पाए जाते हैं। जिनका परस्पर गहरा संबंध होता है। प्रत्येक  जीव को जीवन के लिए...

सौरमंडल क्या होता है ?पृथ्वी का सौरमंडल से क्या सम्बन्ध है ? Saur Mandal mein kitne Grah Hote Hain aur Hamari Prithvi ka kya sthan?

  खगोलीय पिंड     सूर्य चंद्रमा और रात के समय आकाश में जगमगाते लाखों पिंड खगोलीय पिंड कहलाते हैं इन्हें आकाशीय पिंड भी कहा जाता है हमारी पृथ्वी भी एक खगोलीय पिंड है. सभी खगोलीय पिंडों को दो वर्गों में बांटा गया है जो कि निम्नलिखित हैं - ( 1) तारे:              जिन खगोलीय पिंडों में अपनी उष्मा और प्रकाश होता है वे तारे कहलाते हैं .पिन्ड गैसों से बने होते हैं और आकार में बहुत बड़े और गर्म होते हैं इनमें बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश का विकिरण भी होता है अत्यंत दूर होने के कारण ही यह पिंड हमें बहुत छोटे दिखाई पड़ते आता है यह हमें बड़ा चमकीला दिखाई देता है। ( 2) ग्रह:             जिन खगोलीय पिंडों में अपनी उष्मा और अपना प्रकाश नहीं होता है वह ग्रह कहलाते हैं ग्रह केवल सूरज जैसे तारों से प्रकाश को परावर्तित करते हैं ग्रह के लिए अंग्रेजी में प्लेनेट शब्द का प्रयोग किया गया है जिसका अर्थ होता है घूमने वाला हमारी पृथ्वी भी एक ग्रह है जो सूर्य से उष्मा और प्रकाश लेती है ग्रहों की कुल संख्या नाम है।...

भारतीय संविधान का स्वरूप संघात्मक है किंतु उसका सार एकात्मक है . इस कथन पर टिप्पणी कीजिए? (the Indian constitutional is Federal in form but unitary is substance comments

संविधान को प्राया दो भागों में विभक्त किया गया है. परिसंघात्मक तथा एकात्मक. एकात्मक संविधान व संविधान है जिसके अंतर्गत सारी शक्तियां एक ही सरकार में निहित होती है जो कि प्राया केंद्रीय सरकार होती है जोकि प्रांतों को केंद्रीय सरकार के अधीन रहना पड़ता है. इसके विपरीत परिसंघात्मक संविधान वह संविधान है जिसमें शक्तियों का केंद्र एवं राज्यों के बीच विभाजन रहता और सरकारें अपने-अपने क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से कार्य करती हैं भारतीय संविधान की प्रकृति क्या है यह संविधान विशेषज्ञों के बीच विवाद का विषय रहा है. कुछ विद्वानों का मत है कि भारतीय संविधान एकात्मक है केवल उसमें कुछ परिसंघीय लक्षण विद्यमान है। प्रोफेसर हियर के अनुसार भारत प्रबल केंद्रीय करण प्रवृत्ति युक्त परिषदीय है कोई संविधान परिसंघात्मक है या नहीं इसके लिए हमें यह जानना जरूरी है कि उस के आवश्यक तत्व क्या है? जिस संविधान में उक्त तत्व मौजूद होते हैं उसे परिसंघात्मक संविधान कहते हैं. परिसंघात्मक संविधान के आवश्यक तत्व ( essential characteristic of Federal constitution): - संघात्मक संविधान के आवश्यक तत्व इस प्रकार हैं...