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Showing posts from January, 2021

UPSC परीक्षा में मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार के बारे में परिचर्चा करो?

सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं।                      भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं।          भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...

सौरमंडल क्या होता है ?पृथ्वी का सौरमंडल से क्या सम्बन्ध है ? Saur Mandal mein kitne Grah Hote Hain aur Hamari Prithvi ka kya sthan?

  खगोलीय पिंड     सूर्य चंद्रमा और रात के समय आकाश में जगमगाते लाखों पिंड खगोलीय पिंड कहलाते हैं इन्हें आकाशीय पिंड भी कहा जाता है हमारी पृथ्वी भी एक खगोलीय पिंड है. सभी खगोलीय पिंडों को दो वर्गों में बांटा गया है जो कि निम्नलिखित हैं - ( 1) तारे:              जिन खगोलीय पिंडों में अपनी उष्मा और प्रकाश होता है वे तारे कहलाते हैं .पिन्ड गैसों से बने होते हैं और आकार में बहुत बड़े और गर्म होते हैं इनमें बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश का विकिरण भी होता है अत्यंत दूर होने के कारण ही यह पिंड हमें बहुत छोटे दिखाई पड़ते आता है यह हमें बड़ा चमकीला दिखाई देता है। ( 2) ग्रह:             जिन खगोलीय पिंडों में अपनी उष्मा और अपना प्रकाश नहीं होता है वह ग्रह कहलाते हैं ग्रह केवल सूरज जैसे तारों से प्रकाश को परावर्तित करते हैं ग्रह के लिए अंग्रेजी में प्लेनेट शब्द का प्रयोग किया गया है जिसका अर्थ होता है घूमने वाला हमारी पृथ्वी भी एक ग्रह है जो सूर्य से उष्मा और प्रकाश लेती है ग्रहों की कुल संख्या नाम है।...

UPSC pre exam questions and it's answer importance : यूपीएससी एग्जाम के लिए कुछ महत्वपूर्ण topic

1. संविधान के अनुच्छेद 243 (0) अंतर्गत पंचायतों के चुनाव में न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप का वर्जन संबंधी प्रावधान किए गए इसके अनुसार न्यायालयों को पंचायतों से संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन या स्थानों के आवंटन के संदर्भ में किसी  विधि की विधि मान्यता की परीक्षा करने का अधिकार नहीं है.                   इसके अतिरिक्त किसी पंचायत के लिए कोई निर्वाचन ऐसी निर्वाचन अर्जी पर प्रश्न गत किया जाएगा जो ऐसे प्राधिकारी को और ऐसी रीति से प्रस्तुत की गई है जिसका किसी राज्य के विधान मंडल द्वारा बनाई गई किसी विधि द्वारा यह उसके अधीन उपबंध किए जाएं अन्यथा नहीं. ( 2). संविधान के अनुच्छेद 52 के तहत भारत में एक राष्ट्रपति का प्रावधान है जिसमें संघ की कार्यपालिका शक्ति निहित होती ह ै . अनुच्छेद 56 में राष्ट्रपति की पद्मावती का उल्लेख किया गया है इसके अनुसार कोई भी व्यक्ति राष्ट्रपति निर्वाचित हो सकता है यदि वह भारत का नागरिक है 35 वर्ष की आयु पूरी कर चुका है तथा लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के लिए योग्य है. राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का...

यूपीएससी के प्रमुख question answer: Civil services some question answers

1 पारितंत्र एवं जैव विविधता का अर्थ तांत्रिक वैश्विक पहल है जो बताता है कि किस प्रकार प्रकृति का मूल्य दृष्टिगत होता है इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि निर्णय के प्रत्येक स्तर पर पारितंत्र एवं जैव विविधता का महत्व प्राप्त हो.                 इस पहल को प्रारंभ करने का निर्णय मार्च 2007 में जर्मनी में आयोजित G8+5 समूह के देशों के पर्यावरण मंत्रियों के सम्मेलन में लिया गया था इस पहल के अंतर्गत जैव विविधता के वैश्विक लाभ हो जय विविधता से क्षय की लागत तथा संरक्षण उपायों की असफलता बनाम प्रभावी संरक्षण का लागत की विश्लेषण करने की निर्णय लिया गया। इस रिपोर्ट को वर्ष 2008 में आयोजित कन्वेंशन ऑन बायोडायवर्सिटी के कॉन्फ्रेंस आफ पार्टीज की मीटिंग में एक प्रस्तुत किया गया। वर्ष 2010 में इसकी दूसरी रिपोर्ट आई जिसे सीबीडी या कॉन्फ्रेंस आफ पार्टीज 10 नागोया( जापान) मैं प्रस्तुत किया गया.            वैश्विक स्तर पर जब सेteeb रिपोर्ट आई है तब से विभिन्न देशों द्वारा अपने पारितंत्र और जैव विविधता का मूल्य प्रदर्शन का चलन बढ़ा है तथा व...

FUNDAMENTAL DUTIES मौलिक कर्तव्य:

कर्तव्य का अर्थ: और अधिकार के साथ कर्तव्य भी जुड़ा होता है हम बहुत से अधिकारों की मांग करते हैं क्योंकि अधिकारों पर बल देना और कर्तव्यों को भूल जाना देश में अव्यवस्था और गड़बड़ी उत्पन्न करता है अतः देश के नागरिक होने के नाते हमारा अपने संविधान और देश के प्रति कर्तव्य बनता है इन कर्तव्यों को मूल कर्तव्य कहा गया है. “अधिकार और कर्तव्यों के मध्य संतुलन होना आवश्यक है” मौलिक कर्तव्य: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 ( क) के अनुसार भारत के प्रत्येक नागरिक के मूल कर्तव्य निम्नलिखित हैं - ( 1) संविधान का आदर करें और उसके आदर्शों संस्थाओं राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें. ( 2) राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान लोगों ने अहिंसा लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता आदर्शों से प्रेरणा प्राप्त की थी अतः हम भी इन आदर्शों में आस्था रखें और अपने जीवन में इनका पालन करें. ( 3 ) भारत की संप्रभुता एकता और अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण  बनाए रखें। ( 4) देश की रक्षा करें और आव्हान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करें. ( 5) भारत के सभी लोग में समर सत्ता और सामान भाई चारे  की भावना का निर्माण करें जो ...

भारत में लोक सेवा: Civil services in India

भारत में ब्रिटिश राज्य की एक महत्वपूर्ण देन भारतीय सिविल सेवा है। 1947 में सत्ता के हस्तांतरण के साथ ही ब्रिटिश शासक तो चले गए परंतु के एक सुप्र - शिक्षित सक्षम तथा अनुभवी सिविल सेवा छोड़ गए । स्वतंत्रता प्राप्त होने के साथ ही संसदात्मक प्रणाली और नियोजित विकास पद्धति अपना जाने के कारण लोक सेवकों की भूमिका में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए एक और लोक सेवक विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नीति निर्माण के कार्य में राजनीतिक कार्यपालिका की सहायता करते थे तो दूसरी ओर लोक सेवा की नीतियों के कार्यान्वयन के लिए उत्तरदाई थे. वर्तमान में लोक सेवकों का कार्य शांति व्यवस्था बनाए रखने और राजस्व एकत्रित करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि उनका उत्तरदायित्व विकासात्मक कार्यों को संपादित करना भी है इस दृष्टि में भारत में लोक सेवकों के कार्यों को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है. ( 1) परंपरागत कार्य:                         वह कार्य जिन्हें लोकसेवक स्वतंत्रता प्राप्ति के पहले से ही संपादित करते आ रहे हैं उदाहरण के लिए भू राजस्व एकत्रित कर...

सुभाष चंद्र बोस कौन थे? Know About Netaji Subhas Chandra Bose

23 जनवरी 18 97 को उड़ीसा के कटक नामक स्थान पर हुआ था. 1920 में आई सी एस की परीक्षा पास की. राष्ट्रीय आंदोलन के प्रति उन्हें विशेष रूप से देशबंधु चितरंजन दास ने प्रेरित किया. असहयोग आंदोलन में उन्होंने 6 महीने की सजा काटी थी . 1923 में कोलकाता के मेयर चुने गए पर शीघ्री अक्टूबर 1924 में गिरफ्तार कर लिया गया और मांडले जेल में रखा गया. देश के लिए सुभाष चंद्र बोस पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करने वाले प्रथम व्यक्तियों में से एक थे. 1938 में हरिपुर कांग्रेस अधिवेशन में हुए इसके अध्यक्ष चुने गए और उन्होंने क्रांतिकारी विचार गांधीजी के विचारों से टकरा गए. 1939 में अध्यक्ष पद के लिए सुभाष चंद्र बोस पून; खड़े हुए पर उनके विरोधी ke   रुप main गांधी ने पट्टाभि सीतारामय्या को खड़ा किया। सुभाष चंद्र बोस पुनः अध्यक्ष तो बने किंतु गांधी जी से वैचारिक संघर्ष शुरू हो गया। 1 मई 1939 को सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस के भीतर ही एक नया गुट फारवर्ड ब्लाक की स्थापना कर दी। गांधीवादी लोगों की इस पर तीव्र प्रतिक्रिया स्वरूप उन्हें अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा। मार्च 1940 को लंदन में सुन...