सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
वर्तमान विश्व के अन्य लोकतंत्र के समान भारत भी एक प्रतिनिधि आत्मक लोकतंत्र है इसका तात्पर्य शासन की ऐसी प्रणाली से है जिसमें राजनीतिक निर्णय जनता के निर्वाचित प्रतिनिधियों के द्वारा किया जाता है. प्रतिनिधियों को चुनने की समान प्रक्रिया चुनाव अथवा मतदान कहलाती है जो कि लोकतंत्र का मूल आधार है अतः चुनाव को सार्थक एवं प्रतिनिधि आत्मक बनाने के लिए मताधिकार की व्यवस्था की गई है. लोकतांत्रिक देशों में मताधिकार वयस्क नागरिकों को संपत्ति शिक्षा प्रजाति धर्म लिंग और अन्य किसी भेदभाव के बिना प्राप्त है जिसे सार्वभौम व्यस्क मताधिकार कहते हैं. लोकतांत्रिक देशों में चुनाव का एक अन्य महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि चुनाव नियमित अवधि पर करवाए जाते हैं दूसरे शब्दों में चुनाव द्वारा प्रतिनिधियों को निश्चित अवधि के लिए निर्वाचित किया जाता है तथा अवधि समाप्ति के पश्चात दोबारा नया जनादेश प्राप्त करना आवश्यक. चुनाव करवाने के लिए प्रत्येक देश द्वारा निर्धारित विभिन्न अंग नियम तथा उप नियम होते हैं इन्हीं तरीकों तथा नियमों के समूह को निर्वाचन प्रणाली कहा जाता है. निर्वाचन प्रणाली मुक्ता वह तरीका है जो निर्वाचक और द्...