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असुरक्षित ऋण क्या होते हैं? भारतीय बैंकिंग संकट, अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और RBI के समाधान की एक विस्तृत विवेचना करो।

Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...

मुगल साम्राज्य (1526 - 1707) mughal Empire

बाबर ( 1526 - 1530) दिल्ली सल्तनत का अंतिम शासक इब्राहिम लोदी को 1526 में पराजित कर बाबर ने मुगल साम्राज्य की स्थापना की. बाबर फरगना का शासक था बाबर को भारत आने का निमंत्रण पंजाब के सूबेदार दौलत खालो दी तथा इब्राहिम लोदी के चाचा आलम खान लोधी ने दिया था. बाबर ने पानीपत के प्रथम युद्ध से पूर्व भारत पर 4 बार आक्रमण किया था पानीपत विजय उसका पांचवा आक्रमण था. बाबा ने जिस समय भारत पर आक्रमण किया था उस समय भारत में बंगाल मालवा गुजरात सिंह कश्मीर मेवाड़ खानदेश विजयनगर और बहमनी आदि एक स्वतंत्र राज्य थे. बाबर का पानीपत के बाद दूसरा महत्वपूर्ण युद्ध राणा सांगा के विरुद्ध खानवा का युद्ध 1527 में हुआ था जिसमें विजय के पश्चात बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की थी. बाबा ने 1528 में मेदनी राय को परास्त कर चंदेरी पर अधिकार कर लिया. बाबर ने 1529 में घाघरा के युद्ध में बिहार और बंगाल की संयुक्त अफगान सेना को पराजित किया जिसका नेतृत्व महमूद लोदी कर रहा था. बाबर ने पानीपत के प्रथम" तुलगमा युद्ध पद्धति का प्रयोग किया था जिसे उसने उस जैपकों से ग्रहण किया था. बाबर ने अपनी आत्मकथा बाबरनामा में विजय...

बांग्लादेश का बढ़ता जीडीपी ग्रोथ रेट भारत के लिए चुनौती साबित हो रहा है (bangladesh become and industrial country and competitor to the Indian economy company to the India)

वर्ष 1947 में भारत-पाक बंटवारे के वक्त पूर्वी पाकिस्तान कहा जाने वाला वह आज का बांग्लादेश 1971 में पाकिस्तान से अलग होने के बाद भी शर्ट गरीबी व तबाही से ग्रस्त इलाका था लेकिन धीरे-धीरे उसने अपनी स्थिति सुधारी और अपने पैरों पर खड़ा होने लगा इसमें एक लंबा समय लगा.             2006 तक बांग्लादेश की तस्वीर से काफी धूल छठ गई और तरक्की की रेस में वह पाकिस्तान को पकड़ता हुआ आगे निकल गया है दुनिया के मानचित्र में विदिशा दिखने वाला बांग्लादेश आज पाकिस्तान ही नहीं बल्कि कई मायनों में भारत को भी पीछे छोड़ चुका है.                 मानव विकास सूचकांक 2019 बांग्लादेश दक्षिण एशिया के सभी देशों से आएंगे है वह शांत तरीके से अपनी काया पलट कर रहा है वह हर उस क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रहा है जिसमें उसकी जीडीपी में इजाफा हो. बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों ही मुस्लिम राष्ट्रीय मुस्लिम बहुल इलाके होने की वजह से ही बंटवारे के वक्त दोनों इलाके भारत से अलग हुए थे फिर क्या वजह रही कि बांग्लादेश पाकिस्तान से हर मामले में बीसी बैठ...

1857 की क्रांति या विद्रोह (indian first revolution 1857)

ब्रिटिश शासन के विरुद्ध असंतोष के कारण: कंपनी के आर्थिक शोषण नीतियों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था  चौपट हो गई थी. . अत्यधिक भू राजस्व . वसूली के कठोर नियम व तरीके . हस्तशिल्प उद्योग का विनाश . खाद्यान्न फसलों की जगह व्यवसायिक फसलों को बढ़ावा . इनाम कमीशन: .1852 में गठित इस कमीशन का उद्देश्य भूमि कर रोहित जागीरो का पता लगाकर उनका अधिग्रहण करना. . डलहौजी के काल में 20000 से भी अधिक जागीर है अंग्रेजी हुकूमत ने अपने कब्जे में ले लिया की गई . अंग्रेज व्यापारियों को सुविधाएं तट कर अतिरिक्त चुंगी कर में छूट इत्यादि . भारत से कच्चे माल के निर्यात को बढ़ावा जिससे मुर्शिदाबाद सूरज जैसे व्यापारिक शहरों के उद्योग नष्ट हो गए. . अकाल भुखमरी महामारी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय की सरकार द्वारा कोई सहायता ना देकर लगान वसूली करना . नागरिक और सैनिक सेवा में भारतीयों को कोई स्थान नहीं . किसानों जनजातियों में सरकारी नीतियों के प्रति भयंकर असंतोष राजनीतिक कारण: डलहौजी के व्यापक गत सिद्धांत के तहत भारतीय रियासतों सातारा जैतपुर व संभल 1849 घाट 1850 उदयपुर अट्ठारह सौ बावन झांसी 18 सो 53 नागपुर 18 स...

मानव जीवन के दिशा निर्देश (good direction of the human life)

मानव जीवन के दिशा निर्देशों का कार्य उसके जीवन मूल्य करते हैं जीवन मूल्य वस्तुतः मनुष्य के जीवन के रडार है जीवन मूल्य वसुता मनुष्य का मूल्य निर्धारण करते हैं मनुष्य की जीवन पद्धति को देखकर यह अनुमान लगाया जाता है कि यह मनुष्य अपने व्यक्तित्व का निर्माण किन मूल्यों के आधार पर कर रहा है.             प्रत्येक मनुष्य अपना जीवन सुखी और आनंदमय बनाएं या प्रकृति का भी नियम है तथा मानव का जन्म जात वरदान भी है परंतु अनेकानेक व्यक्ति प्राकृतिक एवं परमात्मा के ईश्वरदान से वंचित दिखाई देते हैं इनके लिए जीवन एक गंभीर समस्या बन जाता है इसका एक ही कारण रहा है उनके जीवन का रडार अथवा जीवन मूल्यों का निर्धारण एवं निर्देशन दोषपूर्ण रहता है वह व्यस्त थे ही कॉल कर एवं ईश्वर को दोष लगाते हैं.                       जीवन जीने के लिए कर्म करना अनिवार्य है. कर्म करने के लिए व्यक्ति को हर पल और हर पल पर अपने मारकंडे धाम करना होता है इसके लिए व्यक्ति के मन में अंतःकरण में कतिपय मापदंडों का होना अनिवार्य है मापदंडों...

भारतीय संविधान के मूल अधिकार (fundamental rights of Indian Constitution)

संविधान के भाग 3 में अनुच्छेद 12 से 35 तक मूल अधिकारों का विवरण है इस संबंध में संविधान निर्माता अमेरिकी संविधान से प्रभावित रहे हैं. संविधान के भाग 3 को भारत का मैग्नाकार्टा की संज्ञा दी गई है जो सर्वथा उचित है इसमें एक लंबी एवं विस्तृत सूची में न्यायोचित मूल अधिकारों का उल्लेख किया गया है वास्तव में मूल अधिकारों के संबंध में जितना विस्तृत विवरण हमारे संविधान में प्राप्त होता है उतना विश्व के किसी भी देश में नहीं मिलता है चाहे वह अमेरिका ही क्यों ना हो.         संविधान द्वारा बिना किसी भेदभाव के हर व्यक्ति के लिए मूल अधिकारों के संबंध में गारंटी दी गई है इसमें प्रत्येक व्यक्ति के लिए समानता सम्मान राष्ट्र हित और राष्ट्रीय एकता को समाहित किया गया है.        मूल अधिकारों का तात्पर्य राजनीतिक लोकतंत्र के आदर्शों की उन्नति से है यह अधिकार देश में व्यवस्था बनाए रखने एवं राज्य के कठोर नियमों के खिलाफ नागरिकों की आजादी की सुरक्षा करते हैं यह विधानमंडल के कानून के क्रियान्वयन पर तानाशाही को मर्यादित करते हैं संक्षेप में इनके प्रावधानों का उद...

भारतीय सेना द्वारा किया जा मिसाइलों का परीक्षण तथा भारतीय सीमा की सुरक्षा की तैयारियां (indian Military exercises for war and its preparation)

नौसैनिक युद्धाभ्यास के तहत एंटी शिप मिसाइल दाग कर भारतीय नौसेना ने अपना पुराना जंगी जहाज डुबाया: भारतीय नौसेना में अक्टूबर 2020 में 1 मेगा युद्धाभ्यास के तहत अपना शक्ति का प्रदर्शन करते हुए अपने एक जंगी जहाज से मिसाइल दाग कर एक अन्य लक्षित जहाज को निशाना बनाकर उसे समुद्र में डूबा दिया इस कार्यवाही के तहत डूबते हुए जहाज की वीडियो भी नौसेना ने 23 अक्टूबर को जारी की. इस सैन्य अभ्यास के तहत एंटी शिप मिसाइल आई एन एस प्रबल से दागी गई तथा निशाना बनाया गया बहुत नौसेना से हटाया हुआ गोदावरी श्रेणी का युद्धपोत था इस श्रेणी के 2 युद्धपोत नौसेना से 2015 व 2018 में हटाए गए थे. इन्हीं में से एक बहुत संदर्भित सैन्य अभ्यास के तहत एंटी से मिसाइल का निशाना बनाकर डूब गया गया. जिसका वीडियो नौसेना ने जारी किया था.  युद्धपोत को 1983 में नौसेना में शामिल किया गया था.         अरब सागर में अक्टूबर 2020 में संपन्न मेगा नौसैनिक अभ्यास में विमान वाहक आई एन एस विक्रमादित्य के साथ का युद्ध हो तो वह लड़ाकू हेलीकॉप्टरों ने भाग लिया. के 15 मिसाइल के जमीनी संस्कृत शौर्य का परीक्षा: ची...

भारत के 100 सबसे ज्यादा करोड़पति व्यक्तियों की लिस्ट अभी हाल ही में economic magazine Forbes India ने जारी की है (100 richest people in India)

कोविड-19 महामारी के बीच देश की अर्थव्यवस्था जहां गंभीर संकट का सामना कर रही है तथा आय के स्तर में आमतौर पर भारी गिरावट दर्ज की गई है. वही बड़े अरबपतियों की संपत्ति में काफी वृद्धि विगत 1 वर्ष में हुई है. Economic magazine forbes India ने देश के सबसे धनी 100 व्यक्तियों की वर्ष 2020 की ताजा सूची अक्टूबर 2020 में जारी की है. इनमें बताया गया है कि 100 सबसे धनी व्यक्तियों में आधे ऐसे हैं जिनकी कुल संपत्ति में 14% की वृद्धि विगत 1 वर्ष में हुई है इनमें सर्वाधिक वृद्धि reliance Industry मुकेश अंबानी की संपत्ति में हुई है.             Forbes India magazine कि भारत के सबसे धनी समितियों की ताजा सूची में एक बार पुनः शीर्ष स्थान रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुकेश अंबानी का है यह लगातार 13 वर्ष है जब फॉक्स आकलन में मुकेश अंबानी को देश में सबसे धनी व्यक्ति के रूप में बताया गया है. फोर्ब्स के आकलन में उनकी कुल संपत्ति का मूल्य इस वर्ष 88. 7 अरब डॉलर बताया गया है. जो पिछले वर्ष की तुलना में 73% अधिक है.             ...