सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
बाबर ( 1526 - 1530) दिल्ली सल्तनत का अंतिम शासक इब्राहिम लोदी को 1526 में पराजित कर बाबर ने मुगल साम्राज्य की स्थापना की. बाबर फरगना का शासक था बाबर को भारत आने का निमंत्रण पंजाब के सूबेदार दौलत खालो दी तथा इब्राहिम लोदी के चाचा आलम खान लोधी ने दिया था. बाबर ने पानीपत के प्रथम युद्ध से पूर्व भारत पर 4 बार आक्रमण किया था पानीपत विजय उसका पांचवा आक्रमण था. बाबा ने जिस समय भारत पर आक्रमण किया था उस समय भारत में बंगाल मालवा गुजरात सिंह कश्मीर मेवाड़ खानदेश विजयनगर और बहमनी आदि एक स्वतंत्र राज्य थे. बाबर का पानीपत के बाद दूसरा महत्वपूर्ण युद्ध राणा सांगा के विरुद्ध खानवा का युद्ध 1527 में हुआ था जिसमें विजय के पश्चात बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की थी. बाबा ने 1528 में मेदनी राय को परास्त कर चंदेरी पर अधिकार कर लिया. बाबर ने 1529 में घाघरा के युद्ध में बिहार और बंगाल की संयुक्त अफगान सेना को पराजित किया जिसका नेतृत्व महमूद लोदी कर रहा था. बाबर ने पानीपत के प्रथम" तुलगमा युद्ध पद्धति का प्रयोग किया था जिसे उसने उस जैपकों से ग्रहण किया था. बाबर ने अपनी आत्मकथा बाबरनामा में विजय...