इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है। [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव: सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...
शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से एसआईपी को फायदा होता है बाजार के इस मुश्किल चक्र के कारण निवेश के अपने निर्णय को ना बदले इसकी वजह कुछ समय के लिए जाएं तो विराम ले ले. वर्षों में एसआईपी म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश नया तरीका बन गया है निर्विवाद सुविधा और सफलता ने निवेश की इस तकनीकी के पक्ष में बिना संदे माहौल बनाने का काम किया है कंपाउंडिंग और रुपए की औसत लागत जैसे अन्य फायदों को लंबी अवधि के वे इक्विटी निवेश बखूबी समझते हैं जो एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करना पसंद करते हैं नियमित रूप से लंबी अवधि के निवेश से कई निवेशकों को फायदा हुआ है और ऐसे निवेशकों की संख्या बढ़ रही है फिर भी ऐसे कई लोग हैं जो नए निवेशक है और वे शेयर बाजार में होने वाले हर उतार-चढ़ाव से बहुत अधिक चिंतित हो जाते हैं. स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव वाले दौर में नए और यहां तक कि कुछ अनुभवी निवेशकों द्वारा महसूस की गई चिंता समझ में आती है ऐसे निवेशकों द्वारा घबराहट में अपने निवेश को उठाने की प्रवृति भी स्वाभाविक है कई अन्य लोग अपने भविष्य की एसआईपी क़िस्तों को रोक देते हैं शेयर बाजार ने इतने वर्षों...