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Showing posts from November, 2020

इजरायल ईरान war और भारत ।

इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4  मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं।                    इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे  कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है।  [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव:   सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...

केसवानंद भारती वाद(kesavanand bharti vs.state of kerala)

केसवानंद भारती केस केसवानंद भारती और अन्य बनाम केरल राज्य वाद के मुख्य याचिकाकर्ता केसवानंद भारती का निधन हो गया ह केसवानंद भारती के बारे में केरल वाद केरल भूमि सुधार अधिनियम 1963 के तहत सरकार द्वारा केसवानंद भारती की भूमि के अनिवार्य अधिग्रहण को चुनौती देने वाले केरल सरकार के विरुद्ध दायर एक याचिका से संबंधित थी इस याचिका में राज्य सरकार पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 26 और 31 में प्रत्याभूत मूल अधिकारों के अतिक्रमण का आरोप लगाया गया था. इस मामले की सुनवाई 13 न्यायाधीशों की पीर द्वारा की गई थी यह उच्चतम न्यायालय के उस समय गठित सबसे बड़ी पीठ थी सुनवाई की प्रक्रिया के आरंभ होने पर वाद के दायरे का निम्नलिखित को संशोधित करने के लिए विस्तार किया गया था. गोरखनाथ मामले की व्याख्या अनुच्छेद 368 की व्याख्या संविधान में संशोधन के लिए संसद की शक्ति 24 वें संविधान संशोधन अधिनियम 25 में संविधान संशोधन अधिनियम की धारा दो और तीन तथा 29 वें संविधान संशोधन अधिनियम की वैधता पृष्ठभूमि गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्य के बाद में उच्चतम न्यायालय ने यह निर्णय दिया था क अनुच्छेद 368 में के...

बिच्छू का खेल हिंदी वेब सीरीज

लगेगी सब की लंका जब बिच्छू अपना खेल खेलेगा यह जो डायलॉग है यह बिच्छू का खेल जोकि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अल्ट बालाजी पर रिलीज हुई बिच्छू का खेल वेब सीरीज का है इस वेब सीरीज के जो लीड हीरो के रोल में एक बार फिर से पूरा यूपी वाला तड़का लगाने के लिए या यूं कहें कि भोजपुरी और बिहार का तड़का लगाने के लिए एकदम बनारसी बाबू के रूप में इस बार हमारे मिर्जापुर वाले मुन्ना भैया यानी कि Divyendu sharma दोबारा से इसमें मिर्जापुर वाले मुन्ना भैया के रूप में तो ना सही लेकिन जलवा और भौकाल उन्हीं के बराबर का नजर आता है और इनका साथ देने के लिए आपके गैंग ऑफ वासेपुर टू के जीशान कादरी जीशान कादरी जिन्होंने गैंगस आफ वासेपुर के राइटर भी हैं और गैंगस आफ वासेपुर में जिस प्रकार अनुराग कश्यप के साथ जीशान कादरी ने जिस प्रकार से एक्टिंग की थी वह काफी लाजवाब थी जीशान कादरी क्या यदि हमारे में चर्चा करें तो यह वासेपुर धनबाद जो कि अब झारखंड में है पहले बिहार में से ताल्लुक रखते हैं इन दोनों ने मिलकर के बिच्छू का खेल का जो तड़का लगाया है वह काफी देखने लायक है.         यदि हम बिच्छू के खेल की स...

भारतीय किसान: किसान कृषि प्रबंधन में स्ट्रॉबेरी की खेती

यदि हम भारतीय जलवायु की बात करते हैं तो भारतीय जलवायु में कौन-कौन सी फलदार फसलें हैं जिनका हम आगे वाले भविष्य में खेती के लिए विकसित कर सकते हैं या हम यह कहें कि भारत में जिस प्रकार से भारतीय कृषि ने भारतीय अर्थव्यवस्था को थोड़ा सा एक प्रकार से कंधा दिया है वह कंधा आगे चलकर भारतीय अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा सहारा बन सकता है यदि सरकार देश के किसानों के साथ उनके सहयोग के कारण भारत ही नहीं पूरी देश दुनिया में भारतीय कृषि का डंका बस सकता है आज मैं कुछ एक फसलों के बारे में बात करूंगा जिनकी खेती करने से किसानों को काफी अच्छा मुनाफा मिल सकता है जिन फसलों का स्वाद भारतीय किसानों के साथ-साथ विदेशों में भी लोगों के लिए उत्तम माना जाता है और इसका व्यापार करने के साथ-साथ भारतीय किसान सोर्स आफ इनकम अच्छा जनरेट कर सकते हैं           आज हम जिस पौधे के बारे में बात कर रहे हैं उसका नाम स्ट्रॉबेरी है स्टॉबरी हो तो यूरोपियन देश का फल है यह भारतीय प्रजाति का फल नहीं है बल्कि यह विदेशी मूल का फल है इसका पौधा छोटी बूटी के समान होता है इसके छोटे तने से कई पत्तियां निकलती हैं पत्तियों क...

सिंधु घाटी की सभ्यता: सिंधु घाटी की सभ्यता का प्रारंभिक तौर पर विकास sindhu ghati sabhyata ka vikas

लगभग 5000 साल पहले मानव सभ्यता चार अलग-अलग स्थानों पर गहन कृषि क्षेत्र से शहरों के विकास की तरफ उन्मुख हुई पहले कस्बे बने फिर शहरों का विकास हुआ तदोपरांत इन क्षेत्रों में शहरी सभ्यता का विकास दृष्टिगोचर होता है यह सभी के सभी अलग-अलग नदियों की घाटियों में स्थित है डिग्रेस और यूफ्रेट्स अनिल के डेट पर मिस्र सभ्यता संधू के टप्पर सिंधु सभ्यता तथा वांग हो पीली नदी के तट पर चीनी सभ्यता का आविर्भाव हुआ था.            इन नदियों के तटों पर बाढ़ द्वारा सिंचित भूमि इतनी उपजाऊ थी कि प्राचीन मेसोपोटामिया में सचिन तथा भारतीय सभ्यताओं में कुछ जनसंख्या कृषि के कार्य करने से मुक्त थी इन मुक्त हुए व्यक्तियों ने धीमे-धीमे कुछ कार्य विशेष और लेखन ताम्र उद्योग भवन निर्माण भव्य भवन निर्माण आदि कार्यों में विशिष्ट योग्यता विकसित कर ली थी.            वैसे तो यह हमारी सारी सभ्यताएं स्वतंत्र रूप से विकसित हुई तथा भी इनमें कभी काफी समानताएं थी और यह अपनी पूर्ववर्ती कृषि आधारित समाज से काफी विनती विस्तृत शहरों का विकास इन की एक बड़ी महत्वपूर्ण ...

सिनेमा: भारतीय सिनेमा का विश्व पटल पर अभ्युदय

बॉलीवुड हमारे दिमाग में बॉलीवुड का नाम आता है तो हिंदी सिनेमा की फ़िल्में हमारे दिमाग में चलने लगती हैं हमारे देश में हिंदी सिनेमा का इतिहास काफी पुराना है और इस इतिहास को जिस तरीके से हमारे देश के कलाकारों ने पेश किया है वह काफी है सराहनीय काम उन्होंने किया है जो कि हमारे आने वाले समय को जिस प्रकार से भारतीय सिनेमा ने पेश किया है वह काफी सराहनीय काम है.         भारतीय सिनेमा का इतिहास काफी पुराना है यह सभी जानते हैं लेकिन आज के युग में जिस प्रकार से पिक्चर देखने का चलन बदलता चला जा रहा है अब बड़े पर्दे से पिक्चर छोटे से मोबाइल तक में देखी जा रही है इस प्रकार की सोच को जिस प्रकार से ₹1 गया है वह काफी है सराहनीय काम है. भारतीय सिनेमा की अगर बात की जाए तो भारतीय सिनेमा की इंडस्ट्री काफी बड़ी इंडस्ट्री है यहां पर जिस प्रकार से बॉलीवुड इंडस्ट्री में अमिताभ बच्चन से लगाकर के दिलीप कुमार से लगा कर के शाहरुख खान आमिर खान सलमान खान अजय देवगन अक्षय कुमार जैसे सितारों ने इस इंडस्ट्री पर राज किया है और यह लोग अभी भी रात करते चले आ रहे हैं.    लेकिन बदलता ह...

स्वस्थ वर्धक शरीर पाने के लिए अपने इम्यूनिटी सिस्टम का रखें ख्याल(fit body fit brain)

पिछले छह-सात महीनों में लोगों को यह बात अच्छी तरह से समझ में आ गई है कि पहला सुख निरोगी काया है इस ज्ञान के पीछे का आधार है कोरोनावायरस एक महामारी ने हमें यह अच्छी तरह से समझा दिया है कि जो ताकतवर है वही इससे बच सकता है सिर्फ इसी महामारी से ही क्यों बीमारी कोई भी हो उससे हमें बचाने का काम हमारी फिटनेस करती है हमारा इम्यूनिटी सिस्टम जॉब कर सकता है यह हमारे शरीर के भीतर रहता दरअसल यह हमारे शरीर का सुरक्षा कवच है जो बीमारियों से हमारी रक्षा करता है अगर हमारा सुरक्षा कवच कमजोर हो तो हम किसी भी हालात में सुरक्षित नहीं रह सकते हैं.             फिटनेस की फिटनेस का आलम यह है कि आज इसका एक बहुत बड़ा बाजार है अपने आसपास आपको इस शब्द को बोलते हैं सुनते हुए लोग आसानी से दिख जाएंगे मुंह से कांत के बीच की दुनिया में फिटनेस का एक पूरा साम्राज्य है इस साम्राज्य में फिटनेस कहीं खानपान के रूप में है तो कहीं व्यायाम के रूप में कहीं जिम में युवाओं की भीड़ के रूप में है तो कहीं योग से चमत्कार की आशा लगाए लोगों के रूप में है इसके अलावा मॉर्निंग वॉक से लेकर डाइटिंग और...

थायराइड: क्या यह एक गंभीर समस्या है?thyroid ke lakshan in hindi

अगर आप स्वस्थ मनुष्य की परिभाषा आज के युग में देंगे तो उस मनुष्य को स्वस्थ आप कैसे परिभाषित करेंगे मेरे कहने का तात्पर्य हां पर यह है कि आप एक स्वस्थ मनुष्य की आज के दौर में किस प्रकार से परिभाषित करेंगे क्योंकि जिस प्रकार से मानव जीवन आज के युग में भागम भाग की स्थिति से गुजर रहा है उससे तो यही प्रतीत होता है कि शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसे कोई बीमारी ना हो लेकिन आजकल के पर्यावरण के कारण और हमारी चीजों में मिलावट के कारण जिस प्रकार से मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता चला आ रहा है उसे मुझे नहीं लगता है कि कोई व्यक्ति है कह सकता है कि मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं मुझे कोई न कोई समस्या जरूर होती है.          लगभग एक दशक पहले एक कॉमन बीमारी मैं इस बीमारी को कॉमन इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मोस्टली 10 में से 9 व्यक्तियों को यह बीमारी हो जाया करती थी इस बीमारी का नाम है डायबिटीज आम भाषा में इसे शुगर की बीमारी कहते हैं यह बीमारी इतनी कॉमन होती चली गई कि पहले तो यह 40 साल के व्यक्तियों में हो पाई जाती थी लेकिन इस बीमारी का धीरे-धीरे ऐसा चलन चला कि यह अब 14 साल से लगा क...

वास्तु शास्त्र: वास्तु शास्त्र के अनुसार निवास की भूमि का उचित चयन करना ;what house are you based on your zodiac sign

हम लोग जिस समाज में रहते हैं वह समाज कई तरह की संस्कृतियों से ओतप्रोत समाज है और इस समाज में भारतीय भौतिकी प्रथाएं चली आ रही हैं. जैसे कि कोई कहता है कि यदि बिल्ली रास्ता काट जाती है तो उस रास्ते पर नहीं जाना चाहिए थोड़ी देर रुक कर के ही आगे बढ़ना चाहिए कोई यदि आपको ठोकता है तो आपको पीछे पलट के नहीं देखना चाहिए ऐसी भिन्न-भिन्न लोग तरीकों को मानते हैं शुभ और अशुभ पर भली भांति विश्वास करते चले आते हैं.                          जैसे कि आप कोई यदि जमीन खरीद रहे हैं तो उस जमीन का वास्तुशास्त्र कैसा होना चाहिए? आज हम इसी पर चर्चा करेंगे यह मुद्दा इसलिए जरूरी है क्योंकि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे घर में कोई भी कार्य होता है तो उसकी शुरुआत पूजा पाठ के द्वारा ही शुरू होती है यदि हमारे यहां शादी विवाह समारोह जैसे भारतीय संस्कृति में चला रहा है लोग कोई भी नया कार्य करने से पहले पूजा पाठ अवश्य करते हैं . बात को यहां पर पथ प्रदर्शित करने का मेरा कारण यह है कि हम थोड़ा सा अपना घर परिवेश बनाने से पहले उस जमीन की यथास...