इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है। [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव: सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...
केसवानंद भारती केस केसवानंद भारती और अन्य बनाम केरल राज्य वाद के मुख्य याचिकाकर्ता केसवानंद भारती का निधन हो गया ह केसवानंद भारती के बारे में केरल वाद केरल भूमि सुधार अधिनियम 1963 के तहत सरकार द्वारा केसवानंद भारती की भूमि के अनिवार्य अधिग्रहण को चुनौती देने वाले केरल सरकार के विरुद्ध दायर एक याचिका से संबंधित थी इस याचिका में राज्य सरकार पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 26 और 31 में प्रत्याभूत मूल अधिकारों के अतिक्रमण का आरोप लगाया गया था. इस मामले की सुनवाई 13 न्यायाधीशों की पीर द्वारा की गई थी यह उच्चतम न्यायालय के उस समय गठित सबसे बड़ी पीठ थी सुनवाई की प्रक्रिया के आरंभ होने पर वाद के दायरे का निम्नलिखित को संशोधित करने के लिए विस्तार किया गया था. गोरखनाथ मामले की व्याख्या अनुच्छेद 368 की व्याख्या संविधान में संशोधन के लिए संसद की शक्ति 24 वें संविधान संशोधन अधिनियम 25 में संविधान संशोधन अधिनियम की धारा दो और तीन तथा 29 वें संविधान संशोधन अधिनियम की वैधता पृष्ठभूमि गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्य के बाद में उच्चतम न्यायालय ने यह निर्णय दिया था क अनुच्छेद 368 में के...