सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
ब्लू इकोनॉमी एक परिचय → "ब्लू इकोनॉमी" का अर्थ है समुद्री और जल संसाधनों का सतत् और जिम्मेदार तरीके से उपयोग करना। इसका उद्देश्य आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देना है। "ब्लू इकोनॉमी" का मुख्य केंद्र समुद्र, महासागर, तटीय क्षेत्रों और उनकी जैव-विविधता है। यह अवधारणा पहली बार संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक द्वारा सामने आई थी और इसका उद्देश्य उन देशों के विकास में सहायक बनाना है, जिनकी अर्थव्यवस्था समुद्री संसाधनों पर निर्भर है। ब्लू इकोनॉमी के मुख्य घटक → 1. मत्स्य पालन और जलीय कृषि →: मछली और अन्य जलीय जीवों की खेती से रोजगार सृजन और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। 2. सागरीय पर्यटन→: पर्यटन उद्योग के लिए समुद्र और तटीय क्षेत्रों का उपयोग होता है, जो देशों को राजस्व देने के साथ-साथ रोजगार भी उत्पन्न करता है। 3. तेल और गैस→: समुद्री क्षेत्र से तेल और गैस का निष्कर्षण ऊर्जा उत्पादन में सहायक होता है। 4. नौवहन और बंदरगाह→: वैश्विक व्यापार में नौवहन और बंदरगाहों का प्रमुख योगदान होता है। 5. समुद्री ऊर्जा→: समुद्र ...