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Indus Valley Civilization क्या है ? इसको विस्तार से विश्लेषण करो ।

🧾 सबसे पहले — ब्लॉग की ड्राफ्टिंग (Outline) आपका ब्लॉग “ सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) ” पर होगा, और इसे SEO और शैक्षणिक दोनों दृष्टि से इस तरह ड्राफ्ट किया गया है ।👇 🔹 ब्लॉग का संपूर्ण ढांचा परिचय (Introduction) सिंधु घाटी सभ्यता का उद्भव और समयकाल विकास के चरण (Pre, Early, Mature, Late Harappan) मुख्य स्थल एवं खोजें (Important Sites and Excavations) नगर योजना और वास्तुकला (Town Planning & Architecture) आर्थिक जीवन, कृषि एवं व्यापार (Economy, Agriculture & Trade) कला, उद्योग एवं हस्तकला (Art, Craft & Industry) धर्म, सामाजिक जीवन और संस्कृति (Religion & Social Life) लिपि एवं भाषा (Script & Language) सभ्यता के पतन के कारण (Causes of Decline) सिंधु सभ्यता और अन्य सभ्यताओं की तुलना (Comparative Study) महत्वपूर्ण पुरातात्त्विक खोजें और केस स्टडी (Key Archaeological Cases) भारत में आधुनिक शहरी योजना पर प्रभाव (Legacy & Modern Relevance) निष्कर्ष (Conclusion) FAQ / सामान्य प्रश्न 🏛️ अब ...

Patanjali ( महर्षि पतंजलि)

भारत के महान पुरुषों में पतंजलि का नाम विद्वान लोग बड़े आदर से लेते हैं. संस्कृत व्याकरण का कोई विद्वान नहीं समझा जाता जिस ने इनकी पुस्तक ना पड़ी हो. पतंजलि का नाम तो बातों के लिए विख्यात है. एक तो यह कि उन्होंने व्याकरण की बड़ी अनूठी और पंडिताई से पूर्ण एक पुस्तक लिखी जिसे महाभाष्य कहते हैं.             पतंजलि योग दर्शन के भी रचयिता हैं. योग दर्शन में दर्शन या शास्त्र है जिसमें मन को वश में करने का ढंग बताया गया है. पतंजलि के दर्शन के अनुसार यदि मनुष्य अपने मन और शरीर की साधना कर ले तो भाई ईश्वर का दर्शन कर सकता है.              कुछ विद्वानों का कहना है कि योग शास्त्र के रचयिता पतंजलि और महाभाष्य के रचयिता पतंजलि दो अलग व्यक्ति हैं. योग शास्त्र वाले पतंजलि बहुत पहले हुए और महाभाष्य वाले उनके बहुत पीछे. खेद की बात है कि इसका ठीक-ठीक निशा अभी नहीं किया जा सका है. बहुत से लोग दोनों को एक ही मानते हैं. यदि दो पतंजलि थे तो दोनों ही असाधारण विद्वान और महान व्यक्ति थे. किंतु अधिक विद्वानों का मत है कि दोनों व्यक...

Agastya (अगस्त्य)

लोगों ने अगस्त का नाम इस घटना के संबंध में सुना है कि वह समुद्र पी गए थे। इसका अर्थ यह ना समझना चाहिए कि जिस प्रकार लोग जल या दूध पी जाते हैं उसी प्रकार अगस्त ने समुद्र पी डाला था ।हम लोग अब भी बोलते हैं अमुक व्यक्ति पुस्तक पी गया ।महात्मा अगस्त के समुद्र को पी  जाने वाली बात जो कही जाती है ।वह इसलिए है कि उन्होंने समुद्र पर विजय प्राप्त की थी ।भारत से दूर दूर देशों में समुद्र पार करके गए और वहां अपनी सभ्यता तथा अपने धर्म का उन्होंने प्रचार किया। यह घटना आज कल की नहीं कई हजार वर्ष पहले की है ।उस युग में आजकल के समान अच्छे बड़े जहाज न थे। मनुष्स द्धारा खेने वाले जहाज थे ।ऐसे ही जहाज में वह गए थे ।इसलिए कहा जाता है कि वह समुद्र पी गए थे.           यह महा तपस्वी महा तेजस्वी बली और बुद्धिमान थे वेदों और पुराणों में उनके संबंध में अनेक कथाएं हैं.          यह कब हुए थे इसका पता लगाना कठिन है। वेदों मे  इनका नाम आया है राम के समय दक्षिण में इनका आश्रम बन चुका था क्योंकि बाल्मीकि ने लिखा है कि एक ऋषि ने राम को अगस्त का आश्रम बताया। उस ...

Balak Nachiketa (बालक नचिकेता) कौन था?

आज हम सत्याग्रह की  कहानी घर-घर सुनते हैं। महात्मा गांधी ने इस अमोघ अस्त्र का प्रयोग किया और हमारे देश को स्वराज्य दिलाया किंतु सत्य के लिए हर्जाना सत्य के लिए सब कुछ त्यागना और बलिदान कर देना हमारे देश के महापुरुषों की परंपरा रही है । हमारे पूर्वजों की कहानी जब हम पढ़ते हैं तब ऐसे अनेक व्यक्तियों के नाम हमें मिलते हैं जिनका आधार सदा सत्य रहा है और इसी कारण उन्हें सफलता मिली.            बात बहुत पुरानी है। उस समय की जब हमारे  यहां वेदों का पठन पाठन चारों ओर था । इतने बड़े-बड़े नगर न थे । प्रकृति की गोद में ही विशेषता लोग रहते थे । उस युग को लोग वैदिक युग कहते थे। उन दिनों एक महर्षि थे। जिनका नाम वाजश्रवा  था। वह महान विद्वान तपस्वी और चरित्रवान थे। उन्होंने बहुत बड़ा यज्ञ किया ।कई दिनों बाद यज्ञ की समाप्ति हुई। यज्ञ की समाप्ति पर उन्होंने अपनी गायों को जिन्होंने उन्हेंने बड़े परिश्रम से पाला था और जो उनकी संपत्ति थी यज्ञ करने वालों को दक्षिणा में दे दिया। उनकी गाय जर्जर थी।देखने में वह केवल हड्डी का ढांचा जान पड़ती थी। महर्षि ने सोचा कि यही म...

सावित्री कौन थी?

यदि हमारे देश के महापुरुष विद्या ,बल, साहस और ज्ञान में संसार में अद्वितीय रहे हैं तो हमारे देश की महिलाएं अपने चरित्र के लिए अपने अस्तित्व के लिए विश्व में भी बेजोड़ हैं. इतिहास का कोई युग नहीं जब ऐसी स्त्रियां हमारे देश में पैदा ना हुई हो. ऐसी ही एक महान महिला सावित्री थी. आज भी लड़कियों को लोग आशीर्वाद देते हैं कि तुम सीता हो सावित्री हो.            बहुत प्राचीन युग की बात है इसी भारत वर्ष के मद्र प्रदेश में (जो आजकल दक्षिणी कश्मीर है) अश्वपति नाम के राजा राज्य करते थे. उस युग के राजाओं के समान यह भी बहुत धर्मात्मा ,न्यायकारी और दयालु राजा थे. इनके कोई संतान न थी. ज्यों-ज्यों अवस्था बीतती गई इन्हें संतान न होने से चिंता हुई. ज्योतिषियों ने इनकी जन्म कुंडली देखकर बताया कि आपके ग्रह बता रहे हैं कि आपके संतान होगी इसलिए आप सावित्री की पूजा कीजिए. राजा अश्वपति राज्य छोड़कर वन चले गए. 18 वर्ष तक उन्होंने तपस्या की तब उन्हें वरदान मिला और कन्या हुई. उसका नाम उन्होंने सावित्री रखा.         सावित्री अद्वितीय सुंदरी थी । उसकी सुंदर...

उसकी हर अदा पर मै अब फिदा होना चाहता हू।।

मेरे मेहबूब  की इस मासूमियत पर मै फिदा हो जाऊं , उसके इस तरह सोने की अदा पर मै फिदा  हो जाऊं , जी करता है मेरा अपने महबूबा  को अपनी बाहों  मे भर कर  उस पर फिदा हो जाऊं , चाहत मेरे उस तक पहुच जाये ,या मेरे खुदा  उससे मिलकर उसकी बात करने की हर एक अदा  पर मै फिदा हो जाऊ।।  तमन्ना  है उसको अपना बनाने  की  उसके दिल मे अपनी जगह पाने की , हद से भी ज्यादा  उससे प्यार  निभाने की, मेरे प्यार  की गहराइयों  मे वो अब उतर जाये, उसकी हर अदा  पर मै फिदा  हो जाऊं ।। जी करता है उसके  पास अभी मै  उड के पहुच  जाऊं , चुम लू उसके  मदमस्त ओठों का रस ,बाहों  मे भर कर उसके जिस्म  को खूब  सहलाऊ, उसके  अधरों के रस का मै पान करो ,उसकी खानकती सी आवाज  का मै गुणगान  करूँ , उसकी हिरनी सी आखों  की गहराइयों  मे ये दिल अब उतरने सा लगा है, उसको देखे बिना अब सुकून  कहा है मेरा, दूर होकर भी अब वो इतनी पास लगती है, मेरे जिस्म  की हर श्वास  मे उसकी महक बसत...

Benefits of foreign language courses

Foreign languages के बढ़ते importance  की वजह से इनके जानकारों की मांग निरंतर बढ़ रही है. क्या है foreign language जानने वालों के लिए रोजगार की संभावनाएं - Foreign language में career के अच्छे option की वजह से पिछले कुछ वर्षों में students के बीच इनका craz बढ़ रहा है. बड़ी संख्या में छात्र  FRENCH ,GERMANY, JAPANESE, SPANISH  languages सीकर अपना future संवार रहे हैं. अगर आप भी  foreign language में निपुणता हासिल घर careear को ऊंची उड़ान देना चाहते हैं तो कुछ जरूरी बातों पर गौर करें - Course and eligibility criteria (कोर्स एवं योग्यताएं): - वैसे तो विदेशी भाषाएं(foreign language) सीखने के लिए किसी खास शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होती .लेकिन अगर आप इसे ऐड ऑन कोर्स के तौर पर करना चाहते हैं तो 12वीं के बाद दाखिला ले सकते हैं. इन दिनों सीबीएससी समेत कई स्कूलों में फॉरेन लैंग्वेज वैकल्पिक विषय के रूप में भी पढ़ाई जा रही है. जहां आप स्कूली शिक्षा के दौरान ही कोई भी एक भारतीय विदेशी भाषा एक विषय के रूप में पढ़ सकते हैं. आमतौर पर इस तरह के कोर्स 6 माह से ले...

अपनी Saving money को कैसे smart तरीके से invest करें

अपनी प्रतिदिन की जरूरतों में से कुछ  SAVING करके बचत करने वाले नौकरी पेशा Middle class लोग यही चाहते हैं कि उनकी SAVING की गई बचत राशि का INVEST किसी ऐसी SCHEME में किया जाए जिससे अच्छा RETURN उन्हें प्राप्त हो सके, और उसकी जमा पूंजी भी SAFE रहे. आजकल किन SCHEME  में INVEST  करना SAFE  और Profitable होगा आइए इन पर कुछ चर्चा करते हैं. Short term investment (कम अवधि के लिए निवेश): - कुछ  INVESTMENT BANKERS  की  suggestion के अनुसार यदि हम बात करते हैं कि आज के दौर में जिस तरह से  भारत नहीं बल्कि दुनिया की अर्थव्यवस्था में गिरावट जिस प्रकार से देखी जा रही है इन सभी को ध्यान में रखते हुए हमें अपने पैसे को short term  में invest करना चाहिए. ऐसे में आपको FD से ज्यादा  RETURN  मिलेगा  यह कह सकते हैं कि ऐस मे आपको FD पर INVEST  करना चाहिए और जरूरत पड़ने पर आप FD  पर अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं और कभी आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़े तो आप अपने FD  को निकाल भी सकते हैं. Liquid fund मे निवेश ...