इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है। [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव: सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...
एशिया महाद्वीप के बाद अफ्रीका दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है जो पृथ्वी के संपूर्ण स्थल क्षेत्र का लगभग 20% है. अफ्रीका महाद्वीप को यूरोप से भूमध्य सागर (mediterranean sea) तथा एशिया से अरब सागर (arabian Sea) अलग करता है परंतु यह तीन स्थलों पर यूरेशिया महाद्वीप के बहुत निकट है यह स्थल निम्न प्रकार से हैं - (1) उत्तर पश्चिम में जिब्राल्टर जलसंधि (strait of Gibraltar in Northwest) ( 2) उत्तर पूर्व में स्वेज नहर (Suez canal in North East) ( 3) पूर्व में बाब - एल - मंदेब जलसंधि (strait of bab El mandeb in East) बीसवीं शताब्दी के आरंभ में अफ्रीका किसी ना किसी यूरोपीय शक्ति के अधीन था वर्तमान में तो अधिकतर अफ्रीकी देश स्वतंत्र हो गए और जो अभी भी विदेशी शासन के अधीन है वे अपनी स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहे हैं. भौगोलिक स्थिति: - अफ्रीका पठारो का महाद्वीप है लगभग पूरा अफ्रीका एक विशाल पठार जैसा दिखाई पड़ता है। अफ्रीका का पठार दक्षिण तथा पूर्व में अपेक्षाकृत ऊंचा है। अफ्रीका महाद्वीप से ...