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Showing posts from October, 2021

असुरक्षित ऋण क्या होते हैं? भारतीय बैंकिंग संकट, अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और RBI के समाधान की एक विस्तृत विवेचना करो।

Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...

सावित्री कौन थी?

यदि हमारे देश के महापुरुष विद्या ,बल, साहस और ज्ञान में संसार में अद्वितीय रहे हैं तो हमारे देश की महिलाएं अपने चरित्र के लिए अपने अस्तित्व के लिए विश्व में भी बेजोड़ हैं. इतिहास का कोई युग नहीं जब ऐसी स्त्रियां हमारे देश में पैदा ना हुई हो. ऐसी ही एक महान महिला सावित्री थी. आज भी लड़कियों को लोग आशीर्वाद देते हैं कि तुम सीता हो सावित्री हो.            बहुत प्राचीन युग की बात है इसी भारत वर्ष के मद्र प्रदेश में (जो आजकल दक्षिणी कश्मीर है) अश्वपति नाम के राजा राज्य करते थे. उस युग के राजाओं के समान यह भी बहुत धर्मात्मा ,न्यायकारी और दयालु राजा थे. इनके कोई संतान न थी. ज्यों-ज्यों अवस्था बीतती गई इन्हें संतान न होने से चिंता हुई. ज्योतिषियों ने इनकी जन्म कुंडली देखकर बताया कि आपके ग्रह बता रहे हैं कि आपके संतान होगी इसलिए आप सावित्री की पूजा कीजिए. राजा अश्वपति राज्य छोड़कर वन चले गए. 18 वर्ष तक उन्होंने तपस्या की तब उन्हें वरदान मिला और कन्या हुई. उसका नाम उन्होंने सावित्री रखा.         सावित्री अद्वितीय सुंदरी थी । उसकी सुंदर...

उसकी हर अदा पर मै अब फिदा होना चाहता हू।।

मेरे मेहबूब  की इस मासूमियत पर मै फिदा हो जाऊं , उसके इस तरह सोने की अदा पर मै फिदा  हो जाऊं , जी करता है मेरा अपने महबूबा  को अपनी बाहों  मे भर कर  उस पर फिदा हो जाऊं , चाहत मेरे उस तक पहुच जाये ,या मेरे खुदा  उससे मिलकर उसकी बात करने की हर एक अदा  पर मै फिदा हो जाऊ।।  तमन्ना  है उसको अपना बनाने  की  उसके दिल मे अपनी जगह पाने की , हद से भी ज्यादा  उससे प्यार  निभाने की, मेरे प्यार  की गहराइयों  मे वो अब उतर जाये, उसकी हर अदा  पर मै फिदा  हो जाऊं ।। जी करता है उसके  पास अभी मै  उड के पहुच  जाऊं , चुम लू उसके  मदमस्त ओठों का रस ,बाहों  मे भर कर उसके जिस्म  को खूब  सहलाऊ, उसके  अधरों के रस का मै पान करो ,उसकी खानकती सी आवाज  का मै गुणगान  करूँ , उसकी हिरनी सी आखों  की गहराइयों  मे ये दिल अब उतरने सा लगा है, उसको देखे बिना अब सुकून  कहा है मेरा, दूर होकर भी अब वो इतनी पास लगती है, मेरे जिस्म  की हर श्वास  मे उसकी महक बसत...

Benefits of foreign language courses

Foreign languages के बढ़ते importance  की वजह से इनके जानकारों की मांग निरंतर बढ़ रही है. क्या है foreign language जानने वालों के लिए रोजगार की संभावनाएं - Foreign language में career के अच्छे option की वजह से पिछले कुछ वर्षों में students के बीच इनका craz बढ़ रहा है. बड़ी संख्या में छात्र  FRENCH ,GERMANY, JAPANESE, SPANISH  languages सीकर अपना future संवार रहे हैं. अगर आप भी  foreign language में निपुणता हासिल घर careear को ऊंची उड़ान देना चाहते हैं तो कुछ जरूरी बातों पर गौर करें - Course and eligibility criteria (कोर्स एवं योग्यताएं): - वैसे तो विदेशी भाषाएं(foreign language) सीखने के लिए किसी खास शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होती .लेकिन अगर आप इसे ऐड ऑन कोर्स के तौर पर करना चाहते हैं तो 12वीं के बाद दाखिला ले सकते हैं. इन दिनों सीबीएससी समेत कई स्कूलों में फॉरेन लैंग्वेज वैकल्पिक विषय के रूप में भी पढ़ाई जा रही है. जहां आप स्कूली शिक्षा के दौरान ही कोई भी एक भारतीय विदेशी भाषा एक विषय के रूप में पढ़ सकते हैं. आमतौर पर इस तरह के कोर्स 6 माह से ले...

अपनी Saving money को कैसे smart तरीके से invest करें

अपनी प्रतिदिन की जरूरतों में से कुछ  SAVING करके बचत करने वाले नौकरी पेशा Middle class लोग यही चाहते हैं कि उनकी SAVING की गई बचत राशि का INVEST किसी ऐसी SCHEME में किया जाए जिससे अच्छा RETURN उन्हें प्राप्त हो सके, और उसकी जमा पूंजी भी SAFE रहे. आजकल किन SCHEME  में INVEST  करना SAFE  और Profitable होगा आइए इन पर कुछ चर्चा करते हैं. Short term investment (कम अवधि के लिए निवेश): - कुछ  INVESTMENT BANKERS  की  suggestion के अनुसार यदि हम बात करते हैं कि आज के दौर में जिस तरह से  भारत नहीं बल्कि दुनिया की अर्थव्यवस्था में गिरावट जिस प्रकार से देखी जा रही है इन सभी को ध्यान में रखते हुए हमें अपने पैसे को short term  में invest करना चाहिए. ऐसे में आपको FD से ज्यादा  RETURN  मिलेगा  यह कह सकते हैं कि ऐस मे आपको FD पर INVEST  करना चाहिए और जरूरत पड़ने पर आप FD  पर अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं और कभी आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़े तो आप अपने FD  को निकाल भी सकते हैं. Liquid fund मे निवेश ...

महात्मा गांधी “ मेरे सपनों का भारत ” mahatma Gandhi mere sapnon ka Bharat

2021 को भारत अहिंसा के पुजारी गांधी जी की 152 वी जयंती मना रहा है. उनके सम्मान में विश्व अहिंसा दिवस मनाता है. उन्होंने भारत के भविष्य के लिए क्या सोचा था. जाने उनकी पुस्तक मेरे सपनों का भारत के अंश से.       भारत की हर चीज मुझे आकर्षित करती है. सर्वोच्च आकांक्षाएं रखने वाले किसी व्यक्ति को अपने विकास के लिए जो कुछ चाहिए, वह सब उसे भारत में मिल सकता है. भारत दुनिया के उन गिने चुने देशों में से हैं जिन्होंने अपनी अधिकांश पुरानी संस्थाओं को कायम रखा है साथ ही वह अभी तक अंधविश्वास और बुलंदियों की इस गाय को दूर करने की और इस तरह अपना शुद्ध रूप प्रकट करने की अपनी सहज क्षमता भी प्रकट करता है. उसके लाखों-करोड़ों निवासियों के सामने आर्थिक कठिनाइयां खड़ी है उन्हें सुलझा सकने की उनकी योग्यता में मेरा विश्वास इतना उज्जवल कभी नहीं रहा जितना आज है. मेरा विश्वास है कि भारत का दे दूसरे देशों के देर से कुछ अलग है. भारत ने आत्म शुद्धि के लिए सुरक्षा पूर्वक जैसा प्रश्न किया है उसका दुनिया में कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता. भारत को फौलाद के हथियारों की इतनी आवश्यकता नहीं है वह हथि...

लाल बहादुर शास्त्री: Lal Bahadur Shastri

लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 मे मुगलसराय (वाराणसी) के एक साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद तथा माता का नाम श्रीमती रामदुलारी देवी था. इनके पिता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक तथा माता धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थी. यह परिवार में सबसे छोटे थे। जब यह 18 महीने के थे तभी इनके पिताजी का देहांत हो गया. परिवार में सबसे छोटे होने के कारण लोग इन्हें नन्हें कहकर पुकारते थे. अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी कर बालक लाल बहादुर वाराणसी आ गए. इन्हें स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है से विशेष प्रेरणा मिली लाल बहादुर शास्त्री पढ़ाई छोड़ कर आंदोलन में कूद पड़े, लेकिन इन्होंने शिक्षा से नाता नहीं तोड़ा. काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि मिलने के बाद उन्होंने जन्म से चला आ रहा जाति सूचक शब्द श्रीवास्तव हमेशा के लिए हटा दिया.              शास्त्री जी उद्योग मंत्री स्वराष्ट्र मंत्री सभी पदों पर रहे उन्होंने पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से अपने कर्तव्य का निर्वहन किया.  पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद शास्त्री जी सर्वसम...

Bank से home loan लेते समय कौन - कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए?

एक समय ऐसा भी था जब लोग ता उम्र बचत करने के बाद ही अपने लिए मकान या फ्लैट खरीद पाते थे . लेकिन अब होम लोन (home loan) की उपलब्धता से नौकरी करने वाले सीमित आय वर्ग के लोगों के लिए भी अपने घर का सपना साकार करना बहुत ही आसान हो गया है. इस प्रक्रिया के तहत लोन लेने वाले व्यक्ति को बैंक के पास अपने घर का दस्तावेज सुरक्षित रखना पड़ता है . इसके साथ यह शर्त जुड़ी होती है कि अगर कर्ज लेने वाला व्यक्ति रकम नहीं चुका पाएगा तो कर्ज देने वाला बैंक उस संपत्ति का साशर्त मालिक बन जाएगा . इस तरह बैंक उस संपत्ति को बेच कर अपनी रकम वसूल कर लेगा . अतः होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले इसकी पूरी प्रक्रिया को समझना बहुत जरूरी है. Terms and condition: - हर बैंक में ऋण लेने वाले व्यक्ति के लिए उम्र की अलग-अलग सीमाएं दी गई है. बहुत से सरकारी बैंकों में इस की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है यदि लोन लेने वाले व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी है तो इसकी अधिकतम सीमा 58 वर्ष तक हो सकती है. इसके अलावा आवेदन कर्ता की आय लोन लौटाने की योग्यता संपत्ति और देनदारियों खरीदी जाने वाली संपत्ति की कीमत भी मायने रखती है. यह ...

भारतीय इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण व्यक्तित्व: Important person of Indian history

महर्षि चरक महर्षि चरक का जन्म किस काल या समय में हुआ इस बात का कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं उपलब्ध है. यहां तक कि भारत के पौराणिक इतिहास में भी इससे जुड़ा कोई तथ्य नहीं मिलता है.  त्रिपिटक का जब चीनी अनुवाद हुआ तो उसमें चरक ऋषि को कनिष्क का राज वैद्य बताया गया . लेकिन चरक संहिता बौद्ध मत का विरोध करती है  .इसलिए यह बात प्रमाणित नहीं कही जा सकती है . हां इस बात से यह अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है कि चरक ऋषि का संबंध कनिष्क के काल से रहा होगा. इसके अलावा एक और बात ध्यान देने योग्य है कि चरक संहिता में उत्तर भारत के बहुत से राज्यों का जिक्र किया गया है . कहीं ना कहीं इस बात को दर्शाता है कि ऋषि  चरक का संबंध उत्तर भारत के ही किसी राज्य से रहा होगा . इसके अलावा चरक ऋषि से जुडा  कोई भी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है.               महर्षि चरक जिन्हें औषधि का जनक कहा जाता है .पहले ऐसे चिकित्सक थे जिन्होंने शरीर प्रतिरक्षा और पाचन से संबंधित रोगों को पहचाना और उनका निदान करने के उपाय बताए। महर्षि चरक ने ही सर्वप्रथम मानव शरीर म...

इश्क़ में खुद को गिरफ्तार तो होने दो,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

  इश्क़ में खुद को गिरफ्तार तो होने दो, अपने जिस्म पे मेरा इख्तियार तो होने दो, मोहब्बत यूँ ना ठुकराओं मेरी ये नाइंसाफी है, मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है। मेरे प्यार को जरा तैयार तो होने दो, मेरी हदों को जरा सा पार तो होने दो, अब तलक तुमने मेरी हद कहाँ नापी है, मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है। ठीक से अभी आँखों को चार तो होने दो, मेरे इश्क़ का जुनून खुद पे सवार तो होने दो, दिल की गहराइयों में अब तलक तू कहाँ झाँकी है, मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है। तुमहारी पलकों को मेरा इंतज़ार तो होने दो, भीतर से हाँ बाहर से इंकार तो होने दो, मेरी तन्हाइयों ने बस तेरी ही राह ताकी है, मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है। अपना दिल मेरी ओर फ़रार तो होने दो, ज़माने की नज़रों में मुझे गुनहगार तो होने दो, इश्क़ करना ग़र है गुनाह तो माफ़ी है, मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है   तेरा हर झूठ  अब सच  सा लगता  है,  तू अभी अपना नही ,फिर भी अपना सा लगता है, वक्त  कैसे कट जाता है  तेरे ख्यालों  मे,  जैसे सोते हुये  सपना सा लगता है. मुकम्मल तो होने दो अभी...