सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
इश्क़ में खुद को गिरफ्तार तो होने दो,
अपने जिस्म पे मेरा इख्तियार तो होने दो,मोहब्बत यूँ ना ठुकराओं मेरी ये नाइंसाफी है,मेरे प्यार को जरा तैयार तो होने दो,मेरी हदों को जरा सा पार तो होने दो,अब तलक तुमने मेरी हद कहाँ नापी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।ठीक से अभी आँखों को चार तो होने दो,मेरे इश्क़ का जुनून खुद पे सवार तो होने दो,दिल की गहराइयों में अब तलक तू कहाँ झाँकी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।तुमहारी पलकों को मेरा इंतज़ार तो होने दो,भीतर से हाँ बाहर से इंकार तो होने दो,मेरी तन्हाइयों ने बस तेरी ही राह ताकी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।अपना दिल मेरी ओर फ़रार तो होने दो,ज़माने की नज़रों में मुझे गुनहगार तो होने दो,इश्क़ करना ग़र है गुनाह तो माफ़ी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है
तेरा हर झूठ अब सच सा लगता है,
तू अभी अपना नही ,फिर भी अपना सा लगता है,वक्त कैसे कट जाता है तेरे ख्यालों मे,जैसे सोते हुये सपना सा लगता है.मुकम्मल तो होने दो अभी बाकी है.तेरे इश्क मे पागल हो रहे हमतेरे ख्यालों मे खो रहे है हमअब तो मिलकर ही बतायेगे हाल ए दिले बेकरारी कातुझसे जल्द मिले यही दुआ कर रहे है हम.मुकम्मल तो होने दो अभी बाकी है.तेरे जिस्म से तेरी रूह मे उतरना चाहता हू ।तुमको ये दिल बहुत जोर से प्यार करना चाहता है।इक बार तो कदम बढाकर देखो मेरी मोहब्बत की राहो पर ।तेरे लिये अपने दिल मे जन्नत बनाना चाहता हू।।मुकम्मल तो होने दो अभी बाकी है.
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