🧾 सबसे पहले — ब्लॉग की ड्राफ्टिंग (Outline) आपका ब्लॉग “ सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) ” पर होगा, और इसे SEO और शैक्षणिक दोनों दृष्टि से इस तरह ड्राफ्ट किया गया है ।👇 🔹 ब्लॉग का संपूर्ण ढांचा परिचय (Introduction) सिंधु घाटी सभ्यता का उद्भव और समयकाल विकास के चरण (Pre, Early, Mature, Late Harappan) मुख्य स्थल एवं खोजें (Important Sites and Excavations) नगर योजना और वास्तुकला (Town Planning & Architecture) आर्थिक जीवन, कृषि एवं व्यापार (Economy, Agriculture & Trade) कला, उद्योग एवं हस्तकला (Art, Craft & Industry) धर्म, सामाजिक जीवन और संस्कृति (Religion & Social Life) लिपि एवं भाषा (Script & Language) सभ्यता के पतन के कारण (Causes of Decline) सिंधु सभ्यता और अन्य सभ्यताओं की तुलना (Comparative Study) महत्वपूर्ण पुरातात्त्विक खोजें और केस स्टडी (Key Archaeological Cases) भारत में आधुनिक शहरी योजना पर प्रभाव (Legacy & Modern Relevance) निष्कर्ष (Conclusion) FAQ / सामान्य प्रश्न 🏛️ अब ...
इश्क़ में खुद को गिरफ्तार तो होने दो,
अपने जिस्म पे मेरा इख्तियार तो होने दो,मोहब्बत यूँ ना ठुकराओं मेरी ये नाइंसाफी है,मेरे प्यार को जरा तैयार तो होने दो,मेरी हदों को जरा सा पार तो होने दो,अब तलक तुमने मेरी हद कहाँ नापी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।ठीक से अभी आँखों को चार तो होने दो,मेरे इश्क़ का जुनून खुद पे सवार तो होने दो,दिल की गहराइयों में अब तलक तू कहाँ झाँकी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।तुमहारी पलकों को मेरा इंतज़ार तो होने दो,भीतर से हाँ बाहर से इंकार तो होने दो,मेरी तन्हाइयों ने बस तेरी ही राह ताकी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।अपना दिल मेरी ओर फ़रार तो होने दो,ज़माने की नज़रों में मुझे गुनहगार तो होने दो,इश्क़ करना ग़र है गुनाह तो माफ़ी है,मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है
तेरा हर झूठ अब सच सा लगता है,
तू अभी अपना नही ,फिर भी अपना सा लगता है,वक्त कैसे कट जाता है तेरे ख्यालों मे,जैसे सोते हुये सपना सा लगता है.मुकम्मल तो होने दो अभी बाकी है.तेरे इश्क मे पागल हो रहे हमतेरे ख्यालों मे खो रहे है हमअब तो मिलकर ही बतायेगे हाल ए दिले बेकरारी कातुझसे जल्द मिले यही दुआ कर रहे है हम.मुकम्मल तो होने दो अभी बाकी है.तेरे जिस्म से तेरी रूह मे उतरना चाहता हू ।तुमको ये दिल बहुत जोर से प्यार करना चाहता है।इक बार तो कदम बढाकर देखो मेरी मोहब्बत की राहो पर ।तेरे लिये अपने दिल मे जन्नत बनाना चाहता हू।।मुकम्मल तो होने दो अभी बाकी है.
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