सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
मुल्क का बंटवारा यू हो नहीं सकता भाषाओं का संगम यू बट नहीं सकता तुम बनो चाहे कितने ही नफरतों के बादशाह हम भी वह पुष्प हैं जो देखता की सुगंध खो नहीं सकते ज्ञान और सम्मान में जाने कितनी विज्ञान में खड़ा रहा था हर हिंदुस्तानी बस आप के सम्मान में सुनके आपकी बातों को मान लिया था हमने गीता कुरान जब बातें आप करते थे मजबूत इरादे बनते थे पर हम अज्ञानी ना समझे हम तो बस कोरी कल्पना बुनते थे आप किसी और के साथ दिखते थे पर हम आपको अपना कहते थे ज्ञान दिया विज्ञान दिया और हमारे पूर्वजों ने भारत देश वरदान दिया आप कहते हो कि क्या मिला अपने पूर्वजों से यह लोग खिलखिलाता हुआ हिंदुस्तान दिया आज हिंदुस्तान का व्यक्ति शर्मिंदा है देकर ताकत आपको अपने सर पर बैठाया था कुछ काम करेंगे भला करेंगे यही सोच कर हर व्यक्ति यहां इतराया था पर भूल गए हम आपको आपके इतिहास को कलम फिर से याद दिलाती आपकी भूली बात को युग के परिवर्तनों से समय के अंकिच से व्यक्ति के संदर्भन से ज्ञान के अर्जन से विधि के विधान से आप ही के सम्मान से सत्ता के सिंहासन से आप ही के अभिभाषण से ज्ञान हमें अब हो गया है आपके मन के भाषण से जब...