सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
( 1): - जिसकी शुरुआत धर्म की लड़ाई के रूप में हुई उसका अंदर स्वतंत्रता संग्राम के रूप में हुआ क्योंकि इस बात में तनिक भी संदेह नहीं है कि विद्रोही विदेशी सरकार से छुटकारा पाने और पूर्व व्यवस्था को पुनः स्थापित करने के इच्छुक थे जिसका सही प्रतिनिधि दिल्ली नरेश था क्या आप इस दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं? विद्रोह की शुरुआत विभिन्न कारणों से हुई फिर भी विद्रोहियों का उद्देश्य एक था मुगल शासन का प्रारंभ तथा ब्रिटिश शासन की समाप्ति इस पर प्रकाश डालते हुए विद्रोह का राष्ट्रीय स्वरूप के रूप में विवरण दीजिए? उत्तर: - पता है कि विद्रोह की शुरुआत में धार्मिक भावना भी एक प्रमुख कारण थी सैनिकों पर लगे विभिन्न धार्मिक स्वतंत्रता ऊपर प्रतिबंधों ने उन्हें ऐसा करने पर बाध्य किया और जब विद्रोह अपना विस्तृत रूप धारण करने लगा तो वह स्वतंत्र संग्राम के रूप में प्रतिष्ठित हो गया परंतु स्वतंत्रता संग्राम की अपनी कुछ सीमाएं भी थी फिर भी विद्रोहियों का उद्देश्य एक था वह अंग्रेजों को शोषणकारी व्यवस्था से परेशान थे जिस से छुटकारा पाने के लिए मुगल सम्राट ...