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India in the Mughal period: A confluence of splendors and contradictions

The Mughal period (1526-1857) is considered a golden chapter in Indian history. During this period, there was unprecedented progress in art, culture, architecture, literature, trade and politics. The vast Mughal Empire unified most parts of India and established a new era of prosperity. Political splendor: Expansion of the empire: Powerful emperors like Babur, Humayun, Akbar, Jahangir, Shah Jahan and Aurangzeb expanded the Mughal Empire from Kashmir in the north to the Deccan in the south. Centralized administration: Efficient administrative structures like the Diwani system, the Zamindari system and the Mansabdari system helped in running the empire smoothly. Religious tolerance: Emperors like Akbar adopted a policy of religious tolerance, which made the co-existence of Hindus, Muslims and people of other religions possible. Cultural Advancement: Art and Architecture: The Mughal period was the golden age of art and architecture. Grand monuments like Taj Mahal, Red Fort,

Social and religious Movement in Indiaभारत में सामाजिक व धार्मिक सुधार आंदोलन

Brahmo Samaj:- Raja Rammohan Roy founded the Brahmo Samaj in 1828 AD.  This society opposed Sati practice, polygamy, casteism, untouchability.  After Raja Ram Mohan Roy, Devendra Nath Tagore and Keshav Chandra Sen led the Brahmo Samaj.

(2) Prarthana Samaj: - In 1867 AD, Prarthana Samaj was established by Atmaram Pandurang under the guidance of Keshav Chandra Sen in Mumbai.  Ranade and Bhandarkar were its prominent members.


 (3) Arya Samaj:- Arya Samaj was founded by Dayanand Saraswati in Mumbai in 1875 AD.


 Later the headquarter of Arya Samaj was made in Lahore.


 Dayanand Saraswati composed Satyarth Prakash.


 Ramakrishna Mission:- Ramakrishna Mission was established in 1897 AD.  Which was founded by Swami Vivekananda, a disciple of Ramakrishna Paramhansa?  Swami Vivekananda formed the Vedanta Society in New York in 1896 AD.


 Theosophical Society: It was founded in 1875 by Madame Blavatsky and Colonel Alcott in New York.


 Its international office near Madras in 1882 AD.  Established in 1893, Annie Besant came to India and took over the leadership of the Theosophical movement.

Aligarh Movement


 Syed Ahmed Khan led this movement.  In 1875, he established the Anglo Muslim School in Aligarh. It became the Aligarh Muslim University in 1920.



 Young Bengal Movement


 It was founded in Bengal in 1828 by an Algo Indian named Henry Vivian Derozio.


 Derozio founded the Academic Association and the Society for the Exhibition of General Knowledge.


 Ahmadiyya Movement


 It was led by Mirza Ghulam Ahmad in 1889 AD.  Its purpose was to establish the true form of Islam.  He has explained his principles in his book Baraheen-e-Ahmadiyya.


ब्रह्म समाज:- राजा राममोहन राय ने 1828 ईस्वी में ब्रह्म समाज की स्थापना की. इस समाज ने सती प्रथा, बहु-विवाह ,जातिवाद, अस्पृश्यता का विरोध किया. राजा राममोहन राय के बाद देवेंद्र नाथ टैगोर और केशव चंद्र सेन ने ब्रह्म समाज का नेतृत्व किया.

(2) प्रार्थना समाज:- 1867 ईस्वी में मुंबई में केशव चंद्र सेन के मार्गदर्शन में आत्माराम पांडुरंग द्वारा प्रार्थना समाज की स्थापना की गई. रानाडे और भंडारकर इसके प्रमुख सदस्य थे.

(3) आर्य समाज:- आर्य समाज की स्थापना दयानंद सरस्वती ने 1875 ईसवी में मुंबई में की.

  •        बाद में आर्य समाज का मुख्यालय लाहौर में बना.

  • दयानंद सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना की.

रामकृष्ण मिशन:- रामकृष्ण मिशन 1897 ईस्वी की स्थापना की गई. रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानंद ने किसकी स्थापना की. स्वामी विवेकानंद ने 1896 ईसवी में न्यूयॉर्क में वेदांत सोसाइटी का गठन किया.

थियोसोफिकल सोसायटी:- इसकी स्थापना 1875 में मैडम ब्लावात्सकी एवं कर्नल अल्काट न्यूयॉर्क में की थी।

  • 1882 ईस्वी में इसका अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय मद्रास के निकट । में स्थापित हुआ 1893 ईसवी में एनी बेसेन्ट भारत आईं और थियोसोफिकल आंदोलन का नेतृत्व संभाला।


अलीगढ़ आंदोलन

  • सैयद अहमद खान ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया। 1875 में उन्होंने आंग्ल मुस्लिम स्कूल की स्थापना अलीगढ़ में की।यह1920 अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बना।


यंग बंगाल आंदोलन

  • इसकी स्थापना बंगाल में 1828 ईस्वी में हेनरी  विवियन डेरोजियो  नामक एल्गो इंडियन ने की।

  • डेरोजियो ने एकेडमिक एसोसिएशन एवं सोसायटी फॉर द एग्जीबिशन ऑफ जनरल नॉलेज की स्थापना की।

अहमदिया आंदोलन

  • इसका नेतृत्व मिर्जा गुलाम अहमद ने 1889 ईस्वी में किया। इसका उद्देश्य इस्लाम के सच्चे स्वरूप को स्थापित करना था। इन्होंने अपनी पुस्तक बराहीन ए अहमदिया में अपने सिद्धांतों की व्याख्या की है।

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