इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है। [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव: सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...
दुनिया के सबसे महान वैज्ञानिकों में से एक थॉमस अल्वा एडिसन बहुत ही मेहनती इंसान थे उन्होंने कई आविष्कार किया जिनमें से सबसे विशेष है बल्ब का आविष्कार था और जब थॉमस छोटे थे तब उन्हें विद्यालय से निकाल दिया गया था. विद्यालय से उनकी मां के लिए एक पत्र भी दिया गया था बालक थॉमस विद्यालय से घर पहुंचा और अपनी मां को एक कागज दिया थॉमस ने मां से कहा मेरे अध्यापक ने यह पत्र दिया है और कहा है कि केवल मा ही इसे पढ़ें.
बच्चे ने अपनी माता से पूछा कि “ मां इसमें क्या लिखा है?” मां ने पत्र पढ़ना प्रारंभ किया तो उसकी आंखों से आंसू बह निकले बेटे के सामने पत्र जोर-जोर से पड़ने लगी आपका बेटा बुद्धिमान है हमारा विद्यालय बहुत छोटा है हमारे पास थॉमस को पढ़ाने लायक अच्छे अध्यापक नहीं है कृपया आप इसे स्वयं पढ़ाये।
उस दिन के बाद से मां ने ही अपने बेटे थॉमस को पढ़ाया थॉमस एडिसन दुनिया के महानतम अविष्कारक बन गए थे मां की मृत्यु के बाद एक दिन थॉमस को अध्यापक का वह पत्र मिला उन्होंने पत्र खोला और पढ़ने लगे तो वह हैरान हो गए.
पत्र में लिखा था कि 'आपका बेटा का मस्तिष्क में बहुत कमजोर है हम उसे नहीं पढ़ा सकते हैं हम उसे विद्यालय से निकाल रहे हैं.
पत्र में लिखी सच्चाई पढ़कर थॉमस भावुक हो गए फिर उन्होंने अपनी डायरी में लिखा कि थॉमस अल्वा एडिसन जो मानसिक रूप से एक कमजोर बालक था उसकी मां के आत्मविश्वास ने उसे प्रतिभाशाली इंसान बना दिया.
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