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असुरक्षित ऋण क्या होते हैं? भारतीय बैंकिंग संकट, अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और RBI के समाधान की एक विस्तृत विवेचना करो।

Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...

पृथ्वी के परिमंडल ( earth circle)

पृथ्वी हमारा निवास स्थान है यह एक अद्वितीय ग्रह है क्योंकि इस पर जीवन है . यहां पर जीवन इसलिए संभव है क्योंकि यहां पर 3 जीवनदायिनी वस्तुएं भूमि, जल एवं वायु पाई जाती है जिसे क्रमसा स्थलमंडल, जलमंडल और वायुमंडल कहा जाता है और पृथ्वी का वह सीमित क्षेत्र जहां उपरोक्त तीनों परिमंडल एक दूसरे के संपर्क में आते हैं वह जैवमंडल कहलाता है जहां सभी प्रकार का जीवन संभव है.



स्थलमंडल: -

महाद्वीप

पृथ्वी के भूमि भाग जो कि शैलो पत्थर+ मिट्टी से मिलकर बना है उसे स्थलमंडल या पृथ्वी की ऊपरी सतह कहते हैं इसमें पृथ्वी के सभी छोटे बड़े भूखंड शामिल हैं.


धरातल का लगभग 1\3 भाग ही भूमि है.

धरातल के विशाल भूखंडों को महाद्वीप कहते हैं अतः पृथ्वी प्रमुखता  7 विशाल भूखंड या महाद्वीप है जो कि निम्न प्रकार से हैं

  (1)  एशिया

   (2)  यूरोप

   (3) अफ्रीका

      (4) उत्तरी अमेरिका

       (5) दक्षिणी अमेरिका


      (6) ऑस्ट्रेलिया

(7) अंटार्कटिका

     " एशिया  सबसे बड़ा महाद्वीप है और यह उत्तरी गोलार्ध में स्थित है"



कभी-कभी यूरोप और एशिया को दो अलग महाद्वीप न मानकर एक महाद्वीप यूरेशिया के नाम से जाना जाता है किंतु यूराल पर्वत और युराल नदी यूरोप और एशिया महाद्वीप को अलग करती है अतः व्यावहारिक रूप से यूरोप और एशिया दो अलग-अलग महाद्वीप है।


  •  एशिया के बाद अफ्रीका विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप और विश्वत रेखा इसके बीच से गुजरती है इसलिए अफ्रीका का आधा भाग उत्तरी गोलार्ध में और आधा भाग दक्षिणी गोलार्ध में है.

  • उत्तरी अमेरिका पूरी तरह से उत्तरी गोलार्ध में है और दक्षिणी अमेरिका का अधिकांश भाग दक्षिणी गोलार्ध में है और थोड़ा सा हिस्सा उत्तरी गोलार्ध में है.


  • उत्तरी अमेरिका एवं दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप पनामा देश के पूर्वी सीमा पर एक दूसरे से मिलते हैं.

  •  ऑस्ट्रेलिया सबसे छोटा महाद्वीप है और यह पूर्ण रूप से है दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है इसे द्वितीय महाद्वीप भी कहा जाता है.

  •  अंटार्कटिका महाद्वीप का क्षेत्रफल यूरोप और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के सम्मिलित क्षेत्रफल से भी बड़ा है दक्षिणी ध्रुव इस महाद्वीप के लगभग केंद्र में स्थित है अंटार्कटिका महाद्वीप हिम की मोटी परतों से ढका होने के कारण एकमात्र ऐसा महाद्वीप है जहां मनुष्य स्थाई रूप से नहीं बसते हैं.



स्थलाकृतियां: -

  •  धरातल का प्रत्येक स्थान एक समान नहीं है कुछ भाग बहुत उबर खाबर है और समुद्र तल से कई हजार मीटर ऊंचाई पर है इसके विपरीत कुछ भाग समतल और समुद्री तल से ज्यादा ऊंची नहीं है स्थल की इन अलग-अलग आकृतियों के अलग-अलग नाम जैसे पर्वत पठार और मैदान है यह धरातल की मुख्य स्थल आकृतियां है.


  •  पर्वत उस भूखंड को कहते हैं जो आसपास के क्षेत्रों से बहुत ऊंचा है यह बहुत ऊंची पहाड़ियों का समूह है और लंबी श्रृंखलाओं के रूप में फैला होता है इन श्रंखला को पर्वत श्रेणियां भी कहते हैं.

  •  पठार आसपास की निजी भूमि से एकदम सीधा उठा हुआ विस्तृत और लगभग समतल भाग होता है कुछ पठार हजारों वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले होते हैं हमारे देश में दक्कन का पठार इसका अच्छा उदाहरण है.


  •  मैदान अपेक्षाकृत समतल और लक्षण भी ही नीचे के भूभाग को कहते हैं अधिकतर मैदान नदियों और उनकी सहायक नदियों द्वारा बने होते हैं यह नदियां पर्वतीय डालो से नीचे की ओर बहती है और उनका अपरदन करती हैं इन परिपत्रों कंकड़ पत्थर बालू और काम या चिकनी मिट्टी को नदियों अपने साथ बहाकर ले जाती हैं नदियां अपने मार्ग के दोनों और घाटियों में इन पदार्थों का जमाव करती हैं इसी तरह से मैदानों का निर्माण होता है भारत का उत्तरी विशाल मैदान इसका अच्छा उदाहरण है.



जलमंडल: -

  • धरातल के जल वाले भाग को जल मंडल कहते हैं धरातल का लगभग 2: 3 भाग जल से ढका है विशाल जलाशय होने के कारण महासागर जलमंडल का प्रमुख अंग है तथा झील एवं नदियां भी जल मंडल के ही अंग है.


  •  विशाल जलाशय जो महाद्वीपों के द्वारा एक दूसरे से अलग है महासागर कहलाते हैं आकार की दृष्टि से उनका क्रम इस प्रकार है -

(1) प्रशांत महासागर

( 2) अटलांटिक महासागर

( 3) हिंद महासागर

( 4) आर्केटिक  महासागर


( 1) प्रशांत महासागर: -

  •  इसका क्षेत्रफल सभी महाद्वीपों के कुल क्षेत्रफल से भी बड़ा है.

  • यह अन्य महासागर की अपेक्षा अधिक गहरा है इसमें स्थित मेरियाना खाए संसार का सबसे गहरा (समुद्र तल से 11022 मीटर) स्थान है.

  •  प्रशांत महासागर के एक और एशिया और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप है तथा दूसरी और उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप है.

( 2) अटलांटिक महासागर: -

  • किस महासागर की तट रेखा बहुत कटी फटी है इस कारण इसकी लंबाई प्रशांत और हिंद महासागर ओं की तट रेखाओं की तुलना की कुल लंबाई से भी अधिक है।

  •  कटी फटी तट रेखा पर बहुत अच्छे बंदरगाह होते हैं यही कारण है कि व्यापार की दृष्टि से यह संसार का सबसे अधिक व्यस्त महासागर है.

  •  अटलांटिक महासागर के एक और उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका से तो दूसरी ओर यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप है.


(3) हिंद महासागर:

  •  यह महासागर तीन ओर से स्थल से घिरा है इसके उत्तर में एशिया पूर्व में ऑस्ट्रेलिया और पश्चिम अफ्रीका महादीप स्थित है.


  • यह एकमात्र ऐसा महासागर है जिसका नाम किसी देश अर्थात भारत के नाम पर रखा गया है.


(4) आर्कटिक महासागर:

  •  यह महासागर उत्तरी ध्रुव के चारों ओर है यह आर्कटिक वृत्त के अंदर स्थित है.

  • यह महासागर वास्तव में अटलांटिक महासागर का उत्तरी विस्तार ही है.

  •  यह बेरिंग जल संधि नामक उथले समुद्र के सकरे भाग द्वारा प्रशांत महासागर से मिला हुआ है।

  •  यह यूरोप एशिया और उत्तरी अमेरिका के उत्तरी तटो से घिरा हुआ है इसका अधिकांश भाग वर्ष भर हींग की मोटी परतों से ढका रहता है।



वायुमंडल

  •  पृथ्वी को चारों ओर से घेरे वायु के आवरण को वायुमंडल कहते हैं यह धरातल से कम से कम1600 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है और वायुमंडल की लगभग 97 प्रतिशत वायु धरातल के निकट ही है.

  •  वायु कई  गैसो जैसे नाइट्रोजन(78 प्रतिशत), ऑक्सीजन(21 प्रतिशत) और अन्य गैस(1 प्रतिशत) का मिश्रण है.

  •  वायुमंडल के निचले भागों में जलवाष्प होती है इससे पृथ्वी पर वर्षा और हिमपात होता है.


  •  वायु के घनत्व में ऊंचाई अनुसार अंतर आता है जैसे यह समुद्र तल पर सबसे अधिक होता है और जैसे-जैसे हम धरातल के ऊपर बढ़ते जाते हैं वायुमंडल का तापमान भी कम होता जाता है.

  •  वायु मे भार होता है इसलिए यह धरातल पर दबाव डालती है हमें इसके बाहर का अनुभव नहीं होता है क्योंकि हमारे शरीर के बाहर और भीतर यह दबाव समान होता है।

  •  धरातल पर वायुमंडल के दबाव की मात्रा स्थान स्थान पर भिन्न होती है वायुदाब के इस अंतर के कारण वायु में गति उत्पन्न होती है और गतिशील वायु को पवन कहते हैं.

  •  वायुमंडल पृथ्वी के लिए कंबल का कार्य करती है जिसके कारण दिन और रात के तापमान में अधिक अंतर नहीं होने पाता है.


जैवमंडल

  • पृथ्वी का एक अनुपम लक्षण जैवमंडल है जहां भूमि जल और वायु एक दूसरे के संपर्क में आते हैं धरातल पर इस क्षेत्र में जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां है अतः यहां विभिन्न प्रकार के जीवन और पेड़ पौधे पाए जाते हैं।



  •  संसार के सभी महासागर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं इसलिए समुद्र का जलस्तर सभी जगह एक ही समान रहता है और इस जल स्तर को ही समुद्र तल कहते हैं।

      समुद्र तल के माध्यम से किसी स्थल की ऊंचाई या फिर महासागर की सतह की गहराई पाई जाती है।


      पृथ्वी का सबसे ऊंचा शिखर एवरेस्ट है जो समुद्र तल से 8848 मीटर ऊंचा है.

       महाद्वीप और महासागरों की औसत उचाई समुद्र तल से क्रम 100 मीटर और 4000 मीटर है.


       तिब्बत का पठार संसार का सबसे ऊंचा पठार है.

      नदियों द्वारा बनाए गए कुछ सबसे बड़े मैदान एशिया और उत्तरी अमेरिका में ही है.

अंटार्कटिका महाद्वीप के चारों और प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर के विस्तार को दक्षिणी महासागर कहा जाता है.

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