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असुरक्षित ऋण क्या होते हैं? भारतीय बैंकिंग संकट, अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और RBI के समाधान की एक विस्तृत विवेचना करो।

Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...

जब तुम वापस आओगे इस बाजार में: Jab Tum Wapas aaogi is Bajar mein

आज भी याद है मुझे वह पल
नहीं भूल पाता हूं आज भी वह कल
खोया रहता था जिस हुस्न  वाली के ख्याल में
मिल गई थी नजर उससे बीच बाजार में

मेरी आंखों का उसकी आंखों से टकराना यू हुआ
मेरा दिल उसकी आंखों के तीरों का निशाना हुआ
उसकी आंखों के तीर चल गए मेरे दिल पर
उसके तीरों से घायल मेरा दिल
तड़पते हुए उसके हुस्न का दीवाना हुआ।


लगा थम गया वक्त इसी पल में
लगा देखता रहा हूं उसे हर पल में
चली वह बाजार से मेरी धड़कन ले गई
वहीं बाजार में लगा मेरी दिल की धड़कनें 
अब धड़कना ना बंद कर दे।

मैं भी चल दिया उस बाजार से
अपने घायल दिल को लेकर
बस तेरे वापस लौटने के इंतजार में
मेरा दिल यूं ही तड़पता रहा
तुझसे मिलने के बेकरार में
निगाहें तेरी मेरे सामने यू 
तीरो से चलती हुई नजर आने लगे


जब भी बंद करूं मैं अपनी आंखें
दीदार तेरे हुस्न के हो जाया करते थे
ख्यालों में डूब कर तेरे हुस्न के
हम अपने बिस्तर पर गहरी नींद में सो जाया करते थे
सुबह उठकर तैयार होकर न जाने कितने चक्कर तेरे घर के सामने हम लगाया करते थे।
पर तेरे घर के सामने खड़े होकर दीदार तेरे हुस्न का करना है
मौका ही नहीं मिल पाता था 
मुझे इंतजार है उस दिन का
जिस दिन वापस आओगी तुम इस बाजार में


आज भी इंतजार है मुझे उस पल का
मुझे लगता है कि तुम आओगी इस बाजार में
उसके आंखों के तीरों के वार में बिक गया था दिल मेरा उस बाजार में


मुझे लगता है कि तुम वापस आओगी इस बाजार में
वापस करने मेरी दिल की धड़कनों को
मेरे दिल को धड़कना सिखा होगी तुम इस बाजार में
इंतजार मुझे उस कल का है जब तुम वापस आओगी इस बाजार में।।

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