सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
आज भी याद है मुझे वह पलनहीं भूल पाता हूं आज भी वह कलखोया रहता था जिस हुस्न वाली के ख्याल मेंमेरी आंखों का उसकी आंखों से टकराना यू हुआमेरा दिल उसकी आंखों के तीरों का निशाना हुआउसकी आंखों के तीर चल गए मेरे दिल परउसके तीरों से घायल मेरा दिलतड़पते हुए उसके हुस्न का दीवाना हुआ।लगा थम गया वक्त इसी पल मेंलगा देखता रहा हूं उसे हर पल मेंचली वह बाजार से मेरी धड़कन ले गईवहीं बाजार में लगा मेरी दिल की धड़कनेंअब धड़कना ना बंद कर दे।मैं भी चल दिया उस बाजार सेअपने घायल दिल को लेकरबस तेरे वापस लौटने के इंतजार मेंमेरा दिल यूं ही तड़पता रहातुझसे मिलने के बेकरार मेंनिगाहें तेरी मेरे सामने यूतीरो से चलती हुई नजर आने लगेजब भी बंद करूं मैं अपनी आंखेंदीदार तेरे हुस्न के हो जाया करते थेख्यालों में डूब कर तेरे हुस्न केहम अपने बिस्तर पर गहरी नींद में सो जाया करते थेसुबह उठकर तैयार होकर न जाने कितने चक्कर तेरे घर के सामने हम लगाया करते थे।पर तेरे घर के सामने खड़े होकर दीदार तेरे हुस्न का करना हैमौका ही नहीं मिल पाता थामुझे इंतजार है उस दिन काजिस दिन वापस आओगी तुम इस बाजार मेंआज भी इंतजार है मुझे उस पल कामुझे लगता है कि तुम आओगी इस बाजार मेंउसके आंखों के तीरों के वार में बिक गया था दिल मेरा उस बाजार मेंमुझे लगता है कि तुम वापस आओगी इस बाजार मेंवापस करने मेरी दिल की धड़कनों कोमेरे दिल को धड़कना सिखा होगी तुम इस बाजार मेंइंतजार मुझे उस कल का है जब तुम वापस आओगी इस बाजार में।।
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