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इजरायल ईरान war और भारत ।

इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4  मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं।                    इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे  कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है।  [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव:   सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...

Paracetamol : पैरासिटामोल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

पेरासिटामोल एशिया यूरोप में एक जानी-मानी औषधि है जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका एसिटामिनोफेन अमेरिका में जाना जाता है इस का रासायनिक नाम हाइड्रा क्रेन फिनाइल एथेन एमाइड एम्स का आणविक सूत्र c8h2no2 है.

           
             पेरासिटामोल को 1878 में एक अमेरिकी रासायनिक वैज्ञानिक हरमन नॉर्थरोप मोर द्वारा संश्लेषित किया गया था. जैसा कि प्रत्येक आविष्कार की अपनी एक कहानी होती है स्टार वर्ग विश्वविद्यालय फ्रांस में दो युवक चिकित्सकों अर्नाल्ड चैन और पाल हेपा द्वारा एक मरीज को कीड़े मारने के लिए गलती से नेप्थलीन के बजाय एसिटानिलाइड दे दिया गया था।

         उन्होंने पाया कि एसिटानिलाइड हाथों के परजीवी पर बहुत ही अधिक प्रभाव नहीं था लेकिन उसमें एंटीपायरेटिक बुखार कम करने वाला और एनाल्जेसिक दर्द को राहत देने वाले गुण थे जो कि आश्चर्यजनक थे।


        हालांकि इस दवा की उत्पादन लागत बहुत कम थी परंतु जल्दी उन्होंने देखा  एसिटानिलाइड कि उच्च विशेषता के कारण इसको एंटी पीरियोडिक एजेंट के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इसको एसिटिलाइड के कम जहरीले उत्पादों पर एक लंबा शोध कार्यक्रम चला अंत में एक लंबे सूट के पश्चात इसको ऐसी टाइल वितरण के रूप में सबसे संतोषजनक योगिक का अन्वेषण हुआ जिसे मोर्चा द्वारा पहले ही संश्लेषित कर लिया गया था ए1878 में इसके पहले संश्लेषण के बाद 1953 में या डॉक्टर के पर्चे के साथ आम जनता के लिए उपलब्ध हो गया।


        यह आमतौर पर एंनजेरिक्के रूप में उपयोग किया जाता है। और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दर्द की स्थिति में पहली पंक्ति की चिकित्सा के रूप में इसकी सिफारिश की गई है इसका उपयोग इसके एंटी क्रिएटिक प्रभावों के लिए किया जाता है कम करने में मदद करता है इस दवा के सेवन से हम कई सामान चिकित्सा समस्याओं से राहत पा सकते हैं पेरासिटामोल कई सामान चिकित्सा स्थितियों में जैसे सिर दर्द मांसपेशियों में दर्द दांत दर्द गठिया और बुखार से राहत देता है पेरासिटामोल एलर्जी दबाव नींद की दवाओं दर्द निवारक और अन्य उत्पादों में 600 से अधिक अन्य दवाओं के साथ संयुक्त रूप से उपलब्ध है एलर्जी होने के कम जोखिम के कारण यह दवा उन रोगियों को भी दी जा सकती है जो कि रोली सीटेट के प्रति है और जो एलर्जी के प्रवृत्ति वाले हैं जिनमें अस्थमा दमा भी शामिल है बच्चों को इसका उपयोग करते समय विशेष दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।

            पशु और नैदानिक अध्ययनों से यह प्रमाणित हो चुका है कि पेरासिटामोल में एंटीबायोटिक और एनआरजे दोनों प्रभाव होता है यह मस्तिष्क को पहुंचने वाले दर्द संकेतों की तीव्रता को कम करने के लिए जाना जाता है जो दर्द शरीर के तापमान को बढ़ाते हैं उनको यह नियंत्रित कर देता है पेरासिटामोल एक एंटीपायरेटिक के रूप में कार्य करता है । पेरासिटामोल पसीने और तो चाहिए वासोदिलेशन के माध्यम से गर्मी के निष्क्रमण को बढ़ावा देकर बुखार को कम करता है इस प्रकार शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है।



अनुशंसित खुराक लेने पर पेरासिटामोल के दुष्प्रभाव कम होते हैं हालांकि पेरासिटामोल लेने से पहले अपने चिकित्सक को दिखाना चाहिए यह आप लीवर और किडनी की समस्या से ग्रसित हैं अथवा यदि आप अन्य दवाएं लेते हो क्योंकि पेरासिटामोल इनके साथ हस्तक्षेप कर सकती है यह सलाह दी जाती है अगर आपको एलर्जी है तो पेरासिटामोल नाले परासीटामोल अपने यकृत और गुणों के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवा में से एक है या अनुशंसित खराब को पर सुरक्षित और प्रभावी है लेकिन अधिक मात्रा में लेने पर विफलता हो सकती है वास्तव में पैरासिटामोल से प्रेरित व्यक्ति कई देशों में देखी गई है इसकी विषाक्तता के तंत्र को समझने के लिए विभिन्न शोध कर्ताओं द्वारा प्रयास किए गए आम तौर पर पेरासिटामोल तनाव माइक्रो कंडिया इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं खाद्य और औषधि प्रशासन ने पेरासिटामोल खुराक से पीड़ित रोगियों के लिए एंटी ऑक्सीडेंट की सिफारिश की है क्योंकि यही एकमात्र विकल्प है कि इस उपचार की अपनी सीमाएं हैं जिनमें प्रतिकूल प्रभाव शामिल है प्रारंभिक अवस्था में रोगियों की देखभाल ठीक से नहीं की जाती है तो उनके जीवित रहने और यकृत प्रत्यारोपण एकमात्र विकल्प रह जाता प्रभाविता और चिकित्सा दवाओं का विकास आज की आवश्यकता है अभी ज्ञात हुआ है कि सत्ता के और कई मार्ग होते हैं जिनमें गतिविधियां ऑक्सीडेटिव पेरासिटामोल गुर्दे के अतिशय का बड़े पैमाने पर दिन किया गया लेकिन पेरासिटामोल विषाक्तता के कारण हुई गुर्दे की विफलताओं का अध्ययन वर्तमान साहित्य में अच्छी तरह से उपलब्ध नहीं आता यह पेरासिटामोल किए अधिक खुराक वाले लगभग एक है दो प्रश्न रोगियों उसमें होता है पेरासिटामोल प्रेरित की विफलता के अध्ययनों से पता चला है कि ज्यादातर पेरासिटामोल का उपयोग जया पचाए मार्ग ऑक्सीकरण की ओर विस्थापित होता है।

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