सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
आज के दौर में म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट का एक नया जरिया बनता जा रहा है म्यूच्यूअल फंड को हिंदी में पारस्परिक निधि कहते हैं किंतु इसका अंग्रेजी नाम ही अधिक प्रचलित म्यूच्यूअल फंड एक प्रकार का सामूहिक निवेश है. निवेशकों का समूह मिलकर स्टॉक अल्पावधि के निवेश या अन्य प्रतिभूतियों में निवेश करता है. यूटीआई एएमसी भारत की सबसे पुरानी म्युचुअल फंड कंपनी म्यूचुअल फंड में एक फंड प्रबंधक होता है जो फंड के निवेशकों को निर्धारित करता है और लाभ और हानि का हिसाब रखता है इस प्रकार हुए फायदे नुकसान को निवेशकों के बीच बांट दिया जाता है.
म्यूच्यूअल फंड के जरिए सिर्फ एक क्वालिटी या शेयर बाजार में ही नहीं बल्कि डेट गोल्ड और कमोडिटी में भी पैसे लगाए जा सकते हैं अगर आपको शेयर बाजार की ज्यादा समझ नहीं आया आप इसमें लगाए गए अपने पैसों की निगरानी के लिए वक्त नहीं निकाल पाते हैं तो म्यूच्यूअल फंड निश्चित तौर पर आपके लिए बेहतर माध्यम है या हम यह कह सकते हैं कि म्यूचुअल फंड शेयर बाजार के एक दूसरे प्रकार का निवेशक के रूप में आपका कार्य करता है म्यूचुअल फंड को आप शेयर बाजार के जोखिम के रूप में नहीं बल्कि एक फायदे के रूप में इसका उपयोग कर सकते हैं.
म्यूच्यूअल फंड संचालक कंपनी सभी निवेशकों की निवेश राशि को इकट्ठा करती है और उनसे कुछ सुविधा शुल्क भी लेती है इस राशि को उनके लिए बाजार में निवेश करती है इन निवेश करने का फायदा यह है कि निवेशक को इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं होती कि आप कब शेयर खरीदे या बेचे क्योंकि यह चिंता वही निवेशक के निवेश का रखरखाव करने वाला होता है.
इसका एकलव्य भी होता है कि छोटे निवेशक बहुत कम राशि जैसे ₹100 प्रति माह तक भी निवेश कर सकते हैं ऐसे में उन्हें सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान लेना होता है जिसमें बैंक से यह राशि हर महीने सीधे फंड में स्थानांतरित होती है एक आदमी के जीवन में उसके कई वित्तीय गोल होते हैं जैसे रिटायरमेंट बच्चों की शादी छुट्टियां अपना घर खरीदना अपनी कार खरीदने या फिर अपना व्यापार शुरू करना इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पैसा और समय चाहिए अगर आप इसके लिए 5 से 10 साल का समय देते हैं तो फिर यह आपको फायदा देगा हर तरह का गोल पूरा करने के लिए अलग-अलग म्यूचुअल फंड में निवेश करने की जरूरत पड़ती है.
वैसे तो मिचल फंड सात प्रकार के होते हैं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा सिर्फ छह प्रकार के फंड की होती है.
इक्विटी फंड
इक्विटी फंड में निवेश का ज्यादातर हिस्सा शेयर बाजार में निवेश किया जाता है यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो शेयर बाजार का जोखिम उठाने के लिए तैयार होते हैं क्योंकि इक्विटी फंड में मुनाफा भी ज्यादा होता है तो जोखिम भी बना रहता है अधिकांश इक्विटी फंड्स में कंपनियों के मार्केट कैप कैनलाइजेशन के अनुसार निवेश किया जाता है आसान शब्दों में कहें तो जो फंड शेयर बाजार में निवेश करते हैं वह इक्विटी फंड कहलाते हैं.
डेट फंड
डेट फंड म्युचुअल फंड है जो प्रमुख रूप से फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज गवर्नमेंट सिक्योरिटीज कॉरपोरेट बॉन्ड सर्टिफिकेट आफ डिपॉजिट आदि में निवेश करता है सरकार और प्राइवेट कंपनियां अपने विभिन्न कार्यक्रमों को चलाने के लिए लोन पाने के लिए बिल और बॉन्ड जारी करती हैं जब आप डेट फंड खरीदते हैं तो एक तरह से आप जारी करने वाली संस्था को लोन देते हैं डेट फंड ऐसे निवेशकों के लिए उपयुक्त होता है जो ज्यादा जोखिम नहीं उठाना चाहते इनमें रिटर्न भी अच्छा होता है लेकिन इक्विटी फंड से कम होता है डेट फंड सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त है वह 1 दिन 1 से 3 महीने या 1 से 5 साल के हो.
बैलेंस हाइब्रिड फंड
हाइब्रिड फंड कॉमन स्टॉक बॉन्ड की अल्पावधि बॉन्ड होता है इस फंड में जोखिम कम होता है और ज्यादातर निवेश की गई पूंजी की सुरक्षा की गारंटी होती है इस तरह से कह सकते हैं कि यह फंड लाभदायक है एग्रेसिव बैलेंस फंड कंजरवेटिव बैलेंस फंड पेंशन फंड चाइल्ड प्लान और मासिक आय योजना आदि इसके उदाहरण हैं.
गिल्ट फंड
यह फंड सबसे ज्दा सुरक्षितहै इसमें कंपनी निवेशकों से लिया हुआ सारा पैसा सरकार सरकारी योजनाओं में लगा देती है क्योंकि इससे सरकार का बैकअप रहता है इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं रहता है.
मनी मार्केट फंड
ये फंड अल्पकालिक फिक्स्ड प्रतिभूतियों जैसे सरकारी बांड ट्रेजरी बिल बैंकरों की स्वीकृति वाणिज्य पत्र और जमा प्रमाण पत्रों में निवेश करते हैं यह आम तौर पर सुरक्षित निवेश होते हैं लेकिन इनमें अन्य प्रकार के मैचुअल फंड की तुलना में थोड़ा कम रिटर्न प्राप्त होता है यह फंड सुरक्षित फंड है यह उन लोगों के लिए जो तुरंत दिवेश का फायदा भी चाहते हैं.
लिक्विड फंड
इस योजना के अंतर्गत पैसा मुख्य रूप से अल्पकालिक साधनों में निवेश किया जाता है उदाहरण के लिए सीपी आदि में यह फंड कम समय में निवेश पर अच्छा रिटर्न देने के लिए जाना जाता है.
Comments