Skip to main content

इजरायल ईरान war और भारत ।

इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4  मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं।                    इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे  कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है।  [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव:   सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...

Education loan kaise le?

आपके बच्चों ने अपने सपनों के कालेज में दाखिला पाने के लिए कड़ी मेहनत की है उसे कालेज में दाखिले का प्रस्ताव पत्र भी मिल गया है और अब उसके लिए धन की व्यवस्था करने का समय है लेकिन अगर पैसे कम पड़ जाए तो क्या होगा आपको एजुकेशन लोन के विकल्प देखने होंगे या छात्रवृत्ति की तलाश में जुटना होगा सरकार ने शिक्षा ऋण के लिए समर्पित ऑनलाइन पोर्टलvidyalkshmi.com और स्कॉलर के लिए “ scholarships .gov.in
के माध्यम से इस प्रक्रिया को सरल बना दिया आई एन के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हैं.

एजुकेशन लोन को पाने के लिए किस प्रकार से आवेदन करे


वित्तीय सेवाओं के विभाग उच्च शिक्षा विभाग और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के मार्गदर्शन से एनएसडीएल नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत एक सामान्य पोर्टल विद्यालक्ष्मी को विकसित किया है डीएफएस निर्देश कहते हैं कि सभी शिक्षा ऋणों को इस पोर्टल के माध्यम से दिया जाना चाहिए.

:             पोर्टल पर साइन ऑफ करके कॉमन एजुकेशन लोन एप्लीकेशन फॉर्म भरने के बाद लोकेशन कोर्स और ऋण की राशि के लिए फिल्टर दिखाई देते हैं विवरण भरने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों सरकारी बैंकों और यहां तक कि निजी बैंकों से ऋण योजनाओं की सूची दिखाई जाएगी रैन का चयन करने से पहले योजना के विवरण और पात्रता मापदंड अच्छी तरह से जांच ले. आप एक ही समय में 3 बैंकों में आवेदन कर सकते हैं कहने की जरूरत नहीं कि सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक का अधिकतम संख्या में शिक्षा ऋण को मंजूरी देते हैं . बैंक ऑफ बड़ौदा के कुछ बड़े अधिकारियों का कहना है कि हमें विद्या लक्ष्मी पोर्टल और प्रतिमा लगभग 1000 आवेदन मिलते हैं हमसे जो छात्र सीधे संपर्क करते हैं हम उनसे भी पोर्टल के माध्यम से आवेदन करने के लिए कहते हैं.


एजुकेशन लोन की मंजूरी को सुनिश्चित करने की प्रक्रिया


बैंकों द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार पात्र होने की आवश्यकता है यदि आप जिस बैंक में लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं उस बैंक में यदि पहले से आपका खाता है तो यह प्रक्रिया सरल हो जाती है फॉर्म भरते और दस्तावेज जमा करते समय सावधान रहें बैंक कर्मचारियों का कहना है कि आवेदन फार्म अधिकतर पूरे भरे होते हैं लेकिन छात्र शुरुआत में सटीक विवरण नहीं देते हैं वह कहते हैं आवश्यक दस्तावेजों के साथ सही हो पूरी जानकारी प्रदान करना अनुमोदन दार और उसकी गति दोनों को बढ़ाता है.

सुनिश्चित करें कि आपने एप्लीकेशन के बारे में अपडेट के लिए डैशबोर्ड और पंजीकृत ईमेल कि बार-बार जांच की है अधिक जानकारी की जरूरत होने के पार बैंक आपके ऋण आवेदन को रोक सकता है यदि ऋण राशि साडे ₹700000 या इससे कम है तो पोर्टल पर 15 दिनों के भीतर बैंक के प्रश्नों का जवाब नहीं और यदि इससे अधिक है तो 30 दिनों के भीतर जवाब देने था बैंक आवेदन को बंद कर सकते हैं.

ब्याज दर और ऋण राशि

आईबीए मॉडल के तहत छात्र घरेलू संस्थाओं के लिए ₹1000000 तक और विदेशी संस्थाओं के लिए ₹2000000 तक के शिक्षा ऋण का लाभ उठा सकते हैं ब्याज की दर राशि और अवधि के अलावा कालेज विश्वविद्यालय की रैंकिंग गारंटर की वैल्यू आवेदक के क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती है महिला आवेदक जीरो पॉइंट 5 की पात्र कुछ बैंक भारत और विदेशों के प्रतिष्ठित कॉलेजों के लिए ₹4000000 तक की पेशकश कर सकते हैं .
स्कॉलरशिप के लिए आवेदन की प्रक्रिया

विद्या भारती पोर्टल पर साइन अप करने से कारपोरेट की ओर से दी जाने वाली विभिन्न छात्रवृत्ति तक पहुंचा सिल होती है विद्यासारथी अपनी सेवाओं के लिए शुल्क नहीं लेते एक बार जब आप पाठ्यक्रम स्तर पर चयन कर लेते हैं तो आपका ही छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए ब्राउज़र और आवेदन कर सकते हैं विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की रकम प्रवेश प्रमाण पत्र या शुल्क रसीद में दर्ज शैक्षिक पाठ्यक्रम की अधिकतम फीस से कम या बराबर होगी एनएसडीएल e-governance इन्फ्राट्रक्चर के प्रबंधक निदेशक और सीईओ राय कहते हैं कि प्रत्येक कालेज के छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में लगभग ₹30000 मिले हैं.

इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एक सामान राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल स्कॉलरशिप डॉट गवर्नमेंट डॉट इन का संचालन करता है इस पोर्टल पर राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी मिलती है.

ब्याज और सब्सिडी का प्रावधान


जब 24 वर्षीय अभिषेक तिवारी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से 2 वर्षीय एमबीए की पढ़ाई के लिए ऋण के लिए भारतीय स्टेट बैंक से संपर्क किया तो उनके रेट सलाहकार ने न केवल उन्हें ऋण प्रक्रिया पूरी करने में सहायता की बल्कि उन्हें ब्याज सबमिशन स्कीम के बारे में भी बताएं जिससे उन्हें अपने कर्ज के बोझ को कम करने में मदद मिली वह कहते हैं कि बैंक प्रबंधन और ऋण सलाहकार काफी मददगार थे उन्होंने मुझे गरीब छात्रों के लिए सरकारी छात्रवृत्ति संबंधी सारी जानकारी के लिए विजय लक्ष्मी विद्या लक्ष्मी पोर्टल देने का सुझाव दिया.


एसबीआई के रेट सलाहकार ने उन्हें सेंट्रल सेक्टर इंटरेस्ट सब्सिडी योजना के बारे में बताया जो उन छात्रों को मदद करता है जिनके माता-पिता की सालाना आय साडे ₹400000 से कम कमाते हैं आईबीएम मॉडल के अनुसार सभी उधार कर्ताओं को 1% की रियायत मिलती है यदि वे आधी स्थगन अवधि के दौरान व्या चुकाते हैं इसमें अध्ययन की अवधि और आमतौर पर उसके 1 साल बाद या नौकरी मिलने के 6 महीने बाद की अवधि शामिल है आदर्श रूप से आपको इस अवकाश अवधि के दौरान भी आज या मूल का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है हालांकि साधारण ब्याज आदि स्थान के दौरान अर्जित होता और भुगतान शुरू होने के बाद मूल राशि से जुड़ जाता है इसलिए यदि आप अधीनस्थ के दौरान ब्याज का भुगतान करते हैं तो यह ऋण के बोझ को कम करता है .

सेंट्रल सेक्टर इंटरेस्ट सब्सिडी स्कीम के तहत सरकार आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों की ओर से ब्याज का बोझ वन करती है या योजना साडे ₹700000 तक की धनराशि और ₹200000 से कम की ब्याज की राशि पर लागू होती है अल्पसंख्यकों के मंत्रालय के तहत एक और पढ़ो परदेश अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए ब्याज पर सब्सिडी प्रदान करती है.

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय अन्य पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के छात्रों को विदेश में पढ़ने में सहायता के लिए डॉक्टर अंबेडकर सेंट्रल सेक्टर स्कीम आफ इंटरेस्ट सब्सिडी प्रदान करती है यह क्रमश ₹800000 और ₹300000 से कम पारिवारिक आय वाले छात्रों के लिए मान्यता प्राप्त संस्थानों से मास्टर्स एमफिल और पीएचडी स्तर पर विदेश में अध्ययन के लिए लागू है अधिगम के दौरान ब्याज सब्सिडी ₹75000 प्रति तिमाही तक हो सकती हालांकि 90 प्रशिक्षण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के माध्यम से संबंधित होते हैं.

Comments

Popular posts from this blog

पर्यावरण का क्या अर्थ है ?इसकी विशेषताएं बताइए।

पर्यावरण की कल्पना भारतीय संस्कृति में सदैव प्रकृति से की गई है। पर्यावरण में सभी भौतिक तत्व एवं जीव सम्मिलित होते हैं जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उसकी जीवन क्रियाओं को प्रभावित करते हैं। भारत में पर्यावरण परिवेश या उन स्थितियों का द्योतन करता है जिसमें व्यक्ति या वस्तु अस्तित्व में रहते हैं और अपने स्वरूप का विकास करते हैं। पर्यावरण में भौतिक पर्यावरण और जौव पर्यावरण शामिल है। भौतिक पर्यावरण में स्थल, जल और वायु जैसे तत्व शामिल हैं जबकि जैव पर्यावरण में पेड़ पौधों और छोटे बड़े सभी जीव जंतु सम्मिलित हैं। भौतिक और जैव पर्यावरण एक दूसरों को प्रभावित करते हैं। भौतिक पर्यावरण में कोई परिवर्तन जैव पर्यावरण में भी परिवर्तन कर देता है।           पर्यावरण में सभी भौतिक तत्व एवं जीव सम्मिलित होते हैं जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उसकी जीवन क्रियाओं को प्रभावित करते हैं। वातावरण केवल वायुमंडल से संबंधित तत्वों का समूह होने के कारण पर्यावरण का ही अंग है। पर्यावरण में अनेक जैविक व अजैविक कारक पाए जाते हैं। जिनका परस्पर गहरा संबंध होता है। प्रत्येक  जीव को जीवन के लिए...

सौरमंडल क्या होता है ?पृथ्वी का सौरमंडल से क्या सम्बन्ध है ? Saur Mandal mein kitne Grah Hote Hain aur Hamari Prithvi ka kya sthan?

  खगोलीय पिंड     सूर्य चंद्रमा और रात के समय आकाश में जगमगाते लाखों पिंड खगोलीय पिंड कहलाते हैं इन्हें आकाशीय पिंड भी कहा जाता है हमारी पृथ्वी भी एक खगोलीय पिंड है. सभी खगोलीय पिंडों को दो वर्गों में बांटा गया है जो कि निम्नलिखित हैं - ( 1) तारे:              जिन खगोलीय पिंडों में अपनी उष्मा और प्रकाश होता है वे तारे कहलाते हैं .पिन्ड गैसों से बने होते हैं और आकार में बहुत बड़े और गर्म होते हैं इनमें बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश का विकिरण भी होता है अत्यंत दूर होने के कारण ही यह पिंड हमें बहुत छोटे दिखाई पड़ते आता है यह हमें बड़ा चमकीला दिखाई देता है। ( 2) ग्रह:             जिन खगोलीय पिंडों में अपनी उष्मा और अपना प्रकाश नहीं होता है वह ग्रह कहलाते हैं ग्रह केवल सूरज जैसे तारों से प्रकाश को परावर्तित करते हैं ग्रह के लिए अंग्रेजी में प्लेनेट शब्द का प्रयोग किया गया है जिसका अर्थ होता है घूमने वाला हमारी पृथ्वी भी एक ग्रह है जो सूर्य से उष्मा और प्रकाश लेती है ग्रहों की कुल संख्या नाम है।...

भारतीय संविधान का स्वरूप संघात्मक है किंतु उसका सार एकात्मक है . इस कथन पर टिप्पणी कीजिए? (the Indian constitutional is Federal in form but unitary is substance comments

संविधान को प्राया दो भागों में विभक्त किया गया है. परिसंघात्मक तथा एकात्मक. एकात्मक संविधान व संविधान है जिसके अंतर्गत सारी शक्तियां एक ही सरकार में निहित होती है जो कि प्राया केंद्रीय सरकार होती है जोकि प्रांतों को केंद्रीय सरकार के अधीन रहना पड़ता है. इसके विपरीत परिसंघात्मक संविधान वह संविधान है जिसमें शक्तियों का केंद्र एवं राज्यों के बीच विभाजन रहता और सरकारें अपने-अपने क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से कार्य करती हैं भारतीय संविधान की प्रकृति क्या है यह संविधान विशेषज्ञों के बीच विवाद का विषय रहा है. कुछ विद्वानों का मत है कि भारतीय संविधान एकात्मक है केवल उसमें कुछ परिसंघीय लक्षण विद्यमान है। प्रोफेसर हियर के अनुसार भारत प्रबल केंद्रीय करण प्रवृत्ति युक्त परिषदीय है कोई संविधान परिसंघात्मक है या नहीं इसके लिए हमें यह जानना जरूरी है कि उस के आवश्यक तत्व क्या है? जिस संविधान में उक्त तत्व मौजूद होते हैं उसे परिसंघात्मक संविधान कहते हैं. परिसंघात्मक संविधान के आवश्यक तत्व ( essential characteristic of Federal constitution): - संघात्मक संविधान के आवश्यक तत्व इस प्रकार हैं...