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इजरायल ईरान war और भारत ।

इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4  मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं।                    इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे  कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है।  [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव:   सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...

Corona virus क्या है? इससे बचने के उपाय

विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने कोरोना वायरस (Corona virus)को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ आपातकाल घोषित कर दिया है। चीन ने अब तक कोरोना वायरस की वजह से 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हुबेई मे14846 और लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए कोरोनावायरस का प्रभाव बार्सिलोना में होने वाली मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस का आयोजन 24 से 27 फरवरी तक होने वाले इस आयोजन को रद्द कर दिया गया।

चीन में कोरोना वायरस के कारण से अर्थव्यवस्था पर इसकी बहुत बड़ी मार झेलनी पड़ रही है चीन की अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान की एक बड़ी वजह वायरस को फैलने से रोकने हेतु होने वाला खर्चा है चीन में कोरोना वायरस थामने  का नाम ही नहीं ले रहा है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ आयोग के अनुसार 4 फरवरी 2020 को इसे 65 लोगों की जान गई थी और यह सभी हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी बुहान से थे।

                  यह वायरस वुहान से ही चीन समेत दुनिया क 31 देशों में फैल चुका है कई देशों ने अपने नागरिकों को चीन में न  जाने की सलाह दी है कुछ देशों में चीन के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दिया ।विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ चीन में फैले इस वायरस को अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति घोषित कर दिया है बहुत इस वायरस से सर्वाधिक लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है।


यह संक्रमण दुनिया भर में फैल गया है चीन में फैला कोरोनावायरस विश्व के कई देशों में दस्तक दे रहा है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में भी कोरोनावायरस के पहले मामले की पुष्टि हो गई है और यह संख्या धीरे-धीरे बढ़ती चली जा रही है और इस स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार ने पूरे देश में लाग डाउन करने का निर्णय लिया है और यह निर्णय 21 दिनो तक  लगातार चलता रहेगा और अगर स्थितियां और भी ज्यादा बद से बदतर हो जाती है तो यह आपातकाल स्थिति को और भी समय तक के लिए बढ़ाया जा सकता है।

भारत सरकार ने इसे लेकर एक एडवाइजरी जारी की है कोरोनावायरस को लेकर जारी चिंता के बीच भारत विश्व भर के हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों और दुनिया भर से आने वाले यात्रियों के लिए जो हवाई यान सेवा को उसने प्रभाव से समाप्त कर दिया है और पूरे देश में अंतर राज्य बस सेवा को पूरी तरह से बंद कर दिया ट्रेनों को पूरी तरह से बंद कर दिया है और सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को पूरे देश में लाग डाउन करने का आदेश दे दिया गया है और इस स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है।


कोरोना वायरस क्या है?
सार्स वायरस परिवार का एक नया सदस्य करो ना वायरस से विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह वायरस सीफूड से जुड़ा है यह माना जा रहा है कि इसकी शुरुआत चाइना के हुबेई प्रांत के बुहान शहर के एक सी फूड बाजार से हुई है।


कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत होती है गले में दर्द होता है जुखाम खांसी बुखार होता है यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है।


कोरोना वायरस से बचाव
कैंसर करो ना वायरस को रोकने के लिए सबसे अच्छी नहीं थी समुद्री भोजन से बचना है क्रोना वायरस से बचाव को लेकर अभी तक कोई भी वैक्सीन नहीं बनी है कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह से साफ करने साफ-सफाई का बहुत जरूरी ध्यान रखें।


कोरोना वायरस को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है इसलिए डॉक्टर जोखिम को कम करने के लिए अन्य महत्वपूर्ण दवाओं का उपयोग कर रहे हैं ।कोरोनावायरस अगर लंबे समय तक अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल हो जाए या की घातक इस तरह पहुंच जाए तो जान के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

क्रोना वायरस पर भारत सरका

स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में वायरस संक्रमण के मद्देनजर विदेश मंत्रालय से 31 दिसंबर से अब तक भारतीय वीजा आवेदन करने वाले यात्रियों की सूची मांगी है ताकि उनसे संपर्क किया जाए और परामर्श दिया जा सके स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से यह भी आग्रह किया है कि वे चीन और उससे लगे देशों के भारतीय दूतावासों में स्थानीय भाषाओं में यात्रा परामर्श जारी करें।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ऐतिहासिक उपाय के तौर पर पड़ोसी देश से आने वाले यात्रियों की दिल्ली मुंबई तथा कोलकाता हवाईअड्डे पर थर्मल स्कैनिंग से जांच करने का निर्देश दिया गया है।


क्रोना वायरस को मिला नया नाम जानें इसके लक्षण और बचाव(covid19)


विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में कोरोना वायरस को आतंकवाद से बड़ा खतरा बताया साथ ही दुनिया के सभी देशों से मिलकर लड़ने की बात कही है डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी का नाम की घोषणा कर दी है संस्था ने इस बीमारी का नाम को 2019 दिया है।


केंद्र सरकार ने हाल ही में केरल में तीसरे छात्र की घातक कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि के बाद इस बीमारी को राज्य आपदा घोषित कर दिया है किधर में पिछले कुछ दिनों में कोरोनावायरस का एक भी नया पार्टी मामला सामने नहीं आने के मामले में राज्य सरकार ने संक्रमण के संदर्भ में हाल ही में जारी आपदा चेतावनी वापस ले ली है भारत में क्रोना भारत का तीसरा मामला भी केरल के सामने आया था इससे पहले दोनों मामले भी केरल से ही थे।


क्रोना वायरस की वजह से चीन के बाहर किसी मरीज की मौत का पहला मामला सामने आया यह मौत फिलीपींस में हुई है विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार युवती फिलीपींस आने से पहले कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका था करो ना से चीन में अब तक 361 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 17000 से ज्यादा केस की पुष्टि हो चुकी है।

डब्ल्यूएचओ ने 30 जनवरी 2020 को चीन में फैले कोरोना वायरस को अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति घोषित कर दिया था डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा था कोरोनावायरस दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है डब्ल्यूएचओ का बयान इस बात पर प्रकाश डालता है कि लोगों को अभी भी चीन नहीं जाना चाहिए।


आपात स्थिति घोषित होने के बाद इस बीमारी से निपटने के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच आपसी सहयोग में सुधार होगा डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि उनकी सबसे बड़ी चिंता यह है कि यह वायरस कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था वाले देशों में फैल सकता है।


ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी क्या है?

ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी भी कहा जाता है डब्ल्यूएचओ किसी बीमारी को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी तभी कोशिश करता है जब उस बीमारी के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने का खतरा महसूस होता है ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी के हालात में विश्व भर के देशों को इस बीमारी से बचाव तथा उसे फैलने से रोकने के उपाय करने होते हैं।


क्रोना वायरस से बचाव

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किया इनके अनुसार हाथों को साबुन से धोना चाहिए अल्कोहल आधारित हैडवाश का उपयोग भी किया जाना चाहिए।


खांसी और चीते समय नाक और मुंह माल्या टिशू पेपर से ढक कर रखें अंडे और मांस के सेवन से बचें जंगली जानवरों से के संपर्क में आने से बचें यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।

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