सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं। भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं। भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...
रंगों की पिचकारी वाली होली आई भर उमंग किलकारी वाली होली आई भर भौजाईयो को बाहों में रंग में रंगने वाली होली आई।। ठंडाई और भांग में मदमस्त झूमने वाली होली आई भौजाईयो को गले लगा कर हम रंग बसंतो वालों की होली आई कन्याओं को पकड़ेंगे हम उनको रंग में रंग देंगे हम यौवन के बाहारो वाली होली आई।। हुस्न के दीदारो वाली होली आई प्रेम मिलन के दिन वाली होली आई गुजिया और पकवानों वाली होली आई नीला पीला बदन किसी का किसी का चेहरा होगा लाल सरावोर सब तन रंगो में अंतर भेद ना होगा ज्ञान।। हम दीवाने मस्तानों की प्रेम संबंध जगाने वाली होली आई भौजाईयो को रंग लगाने वाली होली आयी यौवन का रसपान कराने वाली होली आई जिसको देख देख कर हम आखो को सेका करते थे हम सब को मिलाने वाली होली आई भांग और ठंडाई दिलाने वाली होली आई प्रेम रस का पान कराने वाली होली आई हम सबको खूब थकाने वाली होली आई ऊंच-नीच का बात अब नहीं यही बताने वाली होली आई प्यार को बढ़ाने वाली होली आई औरतों के यौवन को रंगो को सजाने वाली होली आई दो जिस्म एक जान बनाने वाली होली आई प्यार का ...