Skip to main content

Posts

Showing posts from November, 2024

UPSC परीक्षा में मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार के बारे में परिचर्चा करो?

सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं।                      भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं।          भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...

गौतम बुद्ध: एक राजा से तपस्वी बनने की अद्भुत यात्रा

गौतम बुद्ध (563 ईसा पूर्व - 483 ईसा पूर्व), जिन्हें सिद्धार्थ गौतम या शाक्यमुनि बुद्ध भी कहा जाता है, बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। उनका जीवन एक प्रेरणा है और उनके उपदेश मानवता के लिए जीवन के गहन सत्य को उजागर करते हैं। उनका जीवन परिचय इस प्रकार है: जन्म और प्रारंभिक जीवन→ गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी (वर्तमान नेपाल) में हुआ था। उनके पिता राजा शुद्धोधन शाक्य गणराज्य के शासक थे, और माता महामाया थीं। सिद्धार्थ का जन्म शाही परिवार में हुआ और उन्हें राजकुमार का दर्जा मिला। जन्म के समय, अष्टांग ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि वे या तो एक महान सम्राट बनेंगे या एक महान संत। उनके पिता ने उन्हें सांसारिक जीवन के सुख-सुविधाओं में रखा ताकि वे गृहस्थ जीवन अपनाएं। गृहस्थ जीवन→ गौतम का विवाह यशोधरा नामक राजकुमारी से हुआ और उनके पुत्र का नाम राहुल था। हालांकि, सिद्धार्थ सांसारिक सुखों से संतुष्ट नहीं थे। संसार के दुखों का बोध→ 29 वर्ष की आयु में सिद्धार्थ ने चार महत्वपूर्ण दृश्यों का अनुभव किया:→ •एक वृद्ध व्यक्ति •एक बीमार व्यक्ति •एक मृत व्यक्ति •एक सन्यासी इन दृश्यों ने उन...

अभिलेख क्या होते हैं?भारतीय इतिहास के प्रामाणिक स्रोत और UPSC परीक्षा में पूछे गए अभिलेखों से सम्बन्धित प्रश्न

अभिलेख: इतिहास के दस्तावेज़ अभिलेख क्या होते हैं?→ अभिलेख (Inscriptions) ऐतिहासिक दस्तावेज़ होते हैं जो पत्थरों, ताम्रपत्रों, दीवारों, सिक्कों, स्तंभों और अन्य सामग्रियों पर लिखे गए होते हैं। इन्हें इतिहास का स्थायी स्रोत माना जाता है। अभिलेखों का उपयोग प्राचीन सभ्यताओं, उनके राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक जीवन को समझने के लिए किया जाता है। अभिलेखों का अध्ययन एक विशेष विधा,→ अभिलेखशास्त्र (Epigraphy) के अंतर्गत किया जाता है। ये हमें न केवल ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी देते हैं, बल्कि तत्कालीन भाषाओं, लिपियों और प्रशासनिक प्रणाली का भी परिचय कराते हैं। भारत में पाए गए प्रमुख अभिलेख→ भारत में अनेक महत्वपूर्ण अभिलेख प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:→ 1. अशोक के अभिलेख→ स्थान →   पूरे भारत, नेपाल, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में। भाषा और लिपि:→ प्राकृत भाषा, ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपि। महत्त्व:→ अशोक के धम्म का प्रचार, प्रशासनिक नीति, और बौद्ध धर्म का प्रसार। उदाहरण:→ अशोक का शिला लेख (गिरनार, गुजरात), स्तंभ लेख (सांची, सारनाथ)। 2. प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद अभि...