✍️ Blog Drafting (Layout ) 👉 ब्लॉग को आकर्षक और आसान बनाने के लिए इसमें ये पॉइंट शामिल करें: भूमिका (Introduction) संविधान क्यों ज़रूरी है? संशोधन (Amendment) की ज़रूरत क्यों पड़ती है? संविधान संशोधन का महत्व संविधान को लचीला और प्रासंगिक बनाए रखने में भूमिका। बदलते समय और समाज के अनुसार ज़रूरी बदलाव। प्रमुख संशोधन (Amendments List + सरल व्याख्या) कालानुक्रमिक क्रम में (जैसे 1st, 7th, 31st...) हर संशोधन का साल, विषय और प्रभाव । आसान उदाहरण ताकि आम आदमी भी समझ सके। उदाहरण आधारित व्याख्या जैसे 61वां संशोधन: “अब 18 साल का कोई भी युवा वोट डाल सकता है।” 42वां संशोधन: “भारत को समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और अखंडता वाला देश घोषित किया गया।” आज के दौर में प्रासंगिकता क्यों इन संशोधनों को जानना ज़रूरी है (UPSC, जनरल नॉलेज, नागरिक जागरूकता)। निष्कर्ष (Conclusion) संविधान को "जीवित दस्तावेज़" कहे जाने का कारण। बदलते भारत में संशोधनों की भूमिका। 📝 Blog Post प्रमुख संविधान संशोधन : सरल भाषा में समझिए भारत का संविधान दुन...
चट्टानें पृथ्वी के भौतिक निर्माण का एक प्रमुख हिस्सा हैं, जो कई भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं के कारण विभिन्न प्रकारों में पाई जाती हैं। ये हमारी पृथ्वी की सतह को बनाती हैं और भूगर्भीय परिवर्तनों का प्रमाण हैं। चट्टानों का अध्ययन भूविज्ञान का एक मुख्य अंग है और यह UPSC जैसी परीक्षाओं में भी महत्त्वपूर्ण है। चट्टानें क्या हैं? चट्टानें एक या एक से अधिक खनिजों का मिश्रण होती हैं जो प्राकृतिक रूप से कठोर हो जाती हैं। भूवैज्ञानिक दृष्टिकोण से, चट्टानें धरती की सतह पर स्थित बाहरी परतों से लेकर आंतरिक परतों तक पाई जाती हैं। चट्टानों का निर्माण विभिन्न तापमान, दबाव, और भौतिक-रासायनिक प्रक्रियाओं के प्रभाव से होता है। चट्टानों के प्रकार:→ चट्टानों को उनके निर्माण प्रक्रिया और खनिजों की प्रकृति के आधार पर तीन मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:→ 1. आग्नेय चट्टानें (Igneous Rocks):→ आग्नेय चट्टानें, जिन्हें 'प्रथम' चट्टानें भी कहा जाता है, पृथ्वी के आंतरिक भाग में मौजूद मैग्मा के ठंडा और कठोर होने से बनती हैं। ये चट्टानें किसी भी अन्य चट्टान का आधार होती हैं और ये विभिन्न प्र...