इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है। [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव: सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के डेलावेयर में छठा “ क्वाड शिखर सम्मेलन ”आयोजित किया गया। यह सम्मेलन दुनिया की चार बड़ी लोकतांत्रिक शक्तियों—भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया—को एक मंच पर लाकर वैश्विक समस्याओं से निपटने की एक संयुक्त रणनीति बनाने पर केंद्रित था। यह न केवल राजनीतिक और आर्थिक सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक चुनौतियों जैसे स्वास्थ्य संकट, जलवायु परिवर्तन, और साइबर सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित करता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि इस सम्मेलन के मुख्य बिंदु क्या थे, और किस तरह से यह साझेदारी दुनिया में सकारात्मक बदलाव ला रही है। क्वाड:→क्या है यह समूह और क्यों बना? “क्वाड (चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता)” भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक कूटनीतिक मंच है, जिसकी शुरुआत एक मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रयास के रूप में हुई थी। वर्ष 2004 की हिंद महासागर सुनामी के दौरान, जब इन चार देशों ने मिलकर आपदा राहत कार्यों का नेतृत्व किया, तब से यह गठबंधन धीरे-धीरे एक वैश्विक साझेदारी के रूप में विकसित हुआ। वर्ष 20...