Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के डेलावेयर में छठा “ क्वाड शिखर सम्मेलन ”आयोजित किया गया। यह सम्मेलन दुनिया की चार बड़ी लोकतांत्रिक शक्तियों—भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया—को एक मंच पर लाकर वैश्विक समस्याओं से निपटने की एक संयुक्त रणनीति बनाने पर केंद्रित था। यह न केवल राजनीतिक और आर्थिक सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक चुनौतियों जैसे स्वास्थ्य संकट, जलवायु परिवर्तन, और साइबर सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित करता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि इस सम्मेलन के मुख्य बिंदु क्या थे, और किस तरह से यह साझेदारी दुनिया में सकारात्मक बदलाव ला रही है। क्वाड:→क्या है यह समूह और क्यों बना? “क्वाड (चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता)” भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक कूटनीतिक मंच है, जिसकी शुरुआत एक मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रयास के रूप में हुई थी। वर्ष 2004 की हिंद महासागर सुनामी के दौरान, जब इन चार देशों ने मिलकर आपदा राहत कार्यों का नेतृत्व किया, तब से यह गठबंधन धीरे-धीरे एक वैश्विक साझेदारी के रूप में विकसित हुआ। वर्ष 20...