इजराइल ने बीते दिन ईरान पर 200 इजरायली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किये। जिनमें करीब 100 से ज्यादा की मारे जाने की खबरे आ रही है। जिनमें ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइल और ईरान के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है - जैसे कि इजरायल ने सीधे ईरान पर हमला कर दिया है तो इसके परिणाम न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर व्यापक असर डाल सकते हैं। यह हमला क्षेत्रीय संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय संकट में बदल सकता है। इस post में हम जानेगे कि इस तरह के हमले से वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, कूटनीति, सुरक्षा और अंतराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पडेगा और दुनिया का झुकाव किस ओर हो सकता है। [1. ]अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव: सैन्य गुटों का पुनर्गठन : इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण वैश्विक स्तर पर गुटबंदी तेज हो गयी है। अमेरिका, यूरोपीय देश और कुछ अरब राष्ट्र जैसे सऊदी अरब इजर...
महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनके पिता करमचंद गांधी पोरबंदर के दीवान थे और उनकी माता पुतलीबाई एक धार्मिक महिला थीं। गांधी का परिवार वैष्णव धर्म को मानने वाला था और माता के धार्मिक संस्कारों का उन पर गहरा प्रभाव पड़ा। प्रारंभिक शिक्षा और इंग्लैंड प्रवास:→ गांधी जी की प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर और राजकोट में हुई। 1888 में, 19 वर्ष की उम्र में, वे कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। लंदन में रहते हुए, उन्होंने कानून की पढ़ाई पूरी की और 1891 में भारत वापस लौट आए। हालांकि, भारत में उनके कानूनी करियर की शुरुआत कठिन रही और उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली। दक्षिण अफ्रीका का अनुभव:→ 1893 में गांधी जी को एक कानूनी मामले के सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका जाना पड़ा। वहां उनके साथ रंगभेद के आधार पर भेदभाव हुआ, जब उन्हें एक ट्रेन के प्रथम श्रेणी के डिब्बे से बाहर फेंक दिया गया। इस घटना ने उनके जीवन की दिशा बदल दी और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के अधिकारों के लिए संघर्ष शुरू किया। उन्होंने सत्याग्रह (सत्...