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UPSC परीक्षा में मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार के बारे में परिचर्चा करो?

सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय कला एवं संस्कृति एक महत्त्वपूर्ण विषय है। इसमें भारतीय कला एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा में यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण Topic में रखा गया है। इसमें अगर महत्वपूर्ण Topic की बात की जाये भारतीय वास्तुकला, मूर्तिकला और मृद्भाण्ड, भारतीय चित्रकलायें, भारतीय हस्तशिल्प, भारतीय संगीत से सम्बन्धित संगीत में आधुनिक विकास, जैसे महत्वपूर्ण विन्दुओं को UPSC Exam में पूछे जाते हैं।                      भारतीय कला एवं संस्कृति में भारतीय वास्तुकला को भारत में होने वाले विकास के रूप में देखा जाता है। भारत में होने वाले विकास के काल की यदि चर्चा कि जाये तो हड़प्पा घाटी सभ्यता से आजाद भारत की कहानी बताता है। भारतीय वास्तुकला में राजवंशों के उदय से लेकर उनके पतन, विदेशी शासकों का आक्रमण, विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला को बताते हैं।          भारतीय वास्तुकला में शासकों द्वारा बनवाये गये भवनों की आकृतियाँ [डिजाइन] आकार व विस्तार के...

जेनेटिक कोड

कॉब्रिज की कैवेंडिस  प्रयोगशाला के 24 वर्षीय वैज्ञानिक डॉक्टर जेम्स वाटसन और 36 वर्षीय ब्रिटेन के वैज्ञानिक डॉ फ्रांसिस क्रिक ने 2 अप्रैल 1953 को डीएनए की संरचना को रेखांकित किया था. प्रतिष्ठित विज्ञान पत्रिका दी नेचर  के संपादक को 900 शब्दों में लिखे गए संक्षिप्त पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि डीएनए एक दुई कुण्डलीनुम्मा   रचना है. बाद में डीएनए जैविक जगत का सर्वाधिक चर्चा का केंद्र बिंदु बन गया। डॉक्टर वाटसन और डॉक्टर क्रिक इस खोज के लिए 1962 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस पुरस्कार में उनके एक और सहभागी  लंदन किंग्स कॉलेज के डॉक्टर मॉरिस विकिलसन थे. जिन्हें डीएनए अणु का एक्सरे चित्र खींचने में सफलता मिली। पृथ्वी पर मानव जीवन के इतिहास में यह खोज महत्वपूर्ण घटना थी क्योंकि जीवन की मूलभूत इकाई न्यूक्लिक एसिड पृथ्वी पर अरबों वर्षों से विद्यमान था.             दो कुंडलियों की संरचना वास्तव में जीवन का कुंडला कार सोपान है. यह तो कुंडला कार सोपान ग्लूकोज और फास्फेट के होते हैं और इस सोपान के स्तंभ नाइट्र...