Skip to main content

Posts

Showing posts from October, 2023

असुरक्षित ऋण क्या होते हैं? भारतीय बैंकिंग संकट, अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और RBI के समाधान की एक विस्तृत विवेचना करो।

Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...

At what time was demonetization done in India? Describe the main reason for demonetization.भारत में नोटबंदी किस-किस समय पर की गई थी? नोटबंदी करने के प्रमुख कारण का वर्णन करो।

Demonetization :.  The government abolishes or discontinues the old currency which is in common circulation and introduces the new currency.  Which we call demonetization.  Which we know in common language as note bandi.   Reasons for demonetization by the government: The government decides to demonetize due to the following reasons -  [1] When black money, corruption and fake notes increase and all these processes cause great harm to the economy of any country, then the government tries to curb them by demonetization.  [2] Demonetization not only curbs black money and corruption but also curbs activities like fake notes and terrorism.  Because the currency held by terrorists is no longer legal tender.  [3] Due to the government's sudden decision of demonetization, black money itself gets destroyed because no person is able to muster the courage to exchange a large amount for a new amount.   Demonetization in India: So far, tough decisions li...

भारत में पाषाण युग की शुरुआत कैसी हुई थी?How did the Stone Age begin in India?

भारत में मानव के अस्तित्व की पहचान को प्राप्त सूचनाओं के आधार पर 3,00,000 से 2,00,000 ई०पू० के बीच रखा जा सकता है। सोन घाटी तथा दक्षिणी भारत में बहुतायत में पाए गए प्राचीनतम् पत्थर के औजारों के अध्ययन के आधार पर यह बात कही गई है।  लगभग 36,000 ई०पू० आधुनिक मानव (होमो स्पेनिश ) पहली बार अवतरित हुआ । आदिम मानव 8,000 ई०पू० तक, पुरापाषाण युग में पत्थर के अनगढ़ तथा अपरिष्कृत औजारों का इस्तेमाल करता था। इस युग का मानव शिकार तथा खाद्य-संग्रह पर जीता था और प्रकृति पर पूरी तरह निर्भर था। उसने आग पर नियंत्रण करना सीखा जिससे उसके जीवन स्तर में काफी उन्नति हुई।         करीब 8,000 ई०पू० से मध्यपाषण युग शुरू हुआ जो 4,000 ई०पू० तक बना रहा। इस युग में तेज तथा नुकीले औजारों का प्रयोग तेज भागने वाले पशुओं को मारने में किया गया। छोटानागपुर की पहाड़ी, मध्य भारत तथा कृष्णा नदी के दक्षिण में कुछ मध्यपाषाणयुगीन स्थल पाए गए हैं।             करीब-करीब सभी नवपाषाणयुगीन बस्तियां 4,000 ई०पू० से अधिक पुरानी नहीं हैं। इस युग में लोग जानवरों को पालतू ब...