Drafting और Structuring the Blog Post Title: "असुरक्षित ऋण: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, और RBI की भूमिका" Structure: परिचय असुरक्षित ऋण का मतलब और यह क्यों महत्वपूर्ण है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में असुरक्षित ऋणों का वर्तमान परिदृश्य। असुरक्षित ऋणों के बढ़ने के कारण आसान कर्ज नीति। उधारकर्ताओं की क्रेडिट प्रोफाइल का सही मूल्यांकन न होना। आर्थिक मंदी और बाहरी कारक। बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव वित्तीय स्थिरता को खतरा। बैंकों की लाभप्रदता में गिरावट। अन्य उधारकर्ताओं को कर्ज मिलने में कठिनाई। व्यापक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्थिक विकास में बाधा। निवेश में कमी। रोजगार और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका और समाधान सख्त नियामक नीतियां। उधार देने के मानकों को सुधारना। डूबत ऋण प्रबंधन (NPA) के लिए विशेष उपाय। डिजिटल और तकनीकी साधनों का उपयोग। उदाहरण और केस स्टडी भारतीय बैंकिंग संकट 2015-2020। YES बैंक और IL&FS के मामले। निष्कर्ष पाठकों के लिए सुझाव और RBI की जिम्मेदारी। B...
भारतीय लघु चित्रकला: दरबारी कला से वैश्विक माध्यम तक का सफर भारतीय लघु चित्रकला भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा है। इसकी शुरुआत राजदरबारों में हुई और समय के साथ इसने वैश्विक पहचान प्राप्त की। यह कला न केवल सौंदर्य का प्रतीक है बल्कि सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक बदलावों को भी दर्शाती है। ब्लॉग की संरचना (Drafting) परिचय भारतीय लघु चित्रकला का परिचय। इसका ऐतिहासिक महत्व और उत्पत्ति। दरबारी कला का स्वरूप मुगल, राजपूत और पहाड़ी चित्रकलाओं का विकास। इनके प्रमुख विषय और शैली। वैश्विक कला माध्यम में परिवर्तन लघु चित्रकला का पश्चिमी कला से जुड़ाव। व्यापार और उपनिवेशवाद के माध्यम से प्रसार। सामाजिक-राजनीतिक आख्यानों का प्रतिबिंब ऐतिहासिक घटनाओं और राजनीति का चित्रण। धार्मिक और पौराणिक विषय। आधुनिक युग में लघु चित्रकला पुनरुद्धार और समकालीन संदर्भ। वैश्विक पहचान और महत्व। उदाहरण और प्रेरणा प्रसिद्ध लघु चित्रकला स्कूल और उनकी विशेषताएं। भारतीय कला के आधुनिक दूत। निष्कर्ष लघु चित्रकला की प्रासंगिकता। सांस्कृतिक धरोहर के रूप मे...